भारतीय न्याय संहिता को देश में लागू हुए अभी कुछ ही समय हुआ है कि इसके तहत पहला फैसला भी सामने आ गया है। हत्याकांड से जुड़े मामले में जज ने दो आरोपियों को दोषी करार दिया है। इस मामले में सजा 5 सितंबर को सुनाई जाएगी। जानकारी के अनुसार इस मामले में महज 15 दिन के भीतर ही चार्जशीट दायर की गई और एक महीने में ही फैसला भी आ गया है। इतने कम समय में सजा सुनाना अपने आप में इतिहास बन रहा है।
बिहार के छपरा जिले के रसूलपुर थाना स्थित घानाडीह गांव में बीते 17 जुलाई को तीन लोगों की हत्या हुई थी। एकतरफा प्यार में पागल रोशन और सुधांशु ने अपने साथी अंकित के साथ छत पर सो रही चांदनी और उसकी बहन आभा साथ ही उसके पिता तारकेश्वर सिंह की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। जबकि मृतक तारकेश्वर की पत्नी शोभा देवी ने किसी तरह मौके से भाग कर अपना जान बचाया था।
स्पीडी ट्रायल के तहत केस की सुनवाई
जिसके बाद शोभा ने रोशन, सुधांशु और अंकित के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करते हुए 15 दिन के भीतर ही कोर्ट में दार्जशीट दाखिल कर। कोर्ट ने स्पीडी ट्रायल के जरिए इस केस की सुनवाई की और 1 महीने में ही इस केस को फाइनल करते हुए जिला जज ने आरोपियों को दोषी करार दिया।
आरोपियों की ओर से मुकदमा देख रहे वकील ने इस घटना से जुड़े कई लोगों की गवाही कराई। इसके अलावा उन्होंने और भी कई प्रयास किए लेकिन सुनवाई के बाद कोर्ट ने दो आरोपियों को दोषी माना। आगामी 5 सितंबर को इस मामले में सजा सुनाई जाएगी। वहीं वकील ने इस मामले को लेकर कहा कि सजा के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की जाएगी।
वहीं सारण जिले के एसपी ने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्यवाही की है। पुलिस ने काफी कम समय में इस केस को पूरा करके मिसाल पेश किया है।