बिहार में निगरानी विभाग पथ निर्माण विभाग के एक ऐसे इंजीनियर और कैशियर को 14 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। निगरानी विभाग ने जब इंजीनियर के घर पर छापा मारा तो वहां कैश देखकर अधिकारी भी ताज्जुब में पड़ गए। इंजीनियर के पंलग की नीचे से करोड़ों रुपये की गड्डियां बरामद हुई।
कार्यपालक इंजीनियर सुरेश प्रसाद नोटों की गड्डी का बिस्तर बनाकर सोता। पुलिस ने छापेमारी में बरामद नोटों को गिनने के लिए मशीन मंगवाई। इससे पहले इंजीनियर सुरेश प्रसाद ने पटना के पास बिहटा से बिक्रम के बीच बनी सड़क के एग्रीमेंट के लिए 28 लाख रिश्वत मांगी थी।
रिश्वत की 50 फीसदी रकम देने के लिए इंजीनियर ने ठेकेदार को पटेल नगर स्थित अपने घर पर बुलाया। घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद वहां पर पहले से ही निगरानी विभाग की टीम मौजूद थी। विभाग ने इंजीनियर सुरेश प्रसाद और कैशियर शशिभूषण प्रसाद को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
घटना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए डीएसपी गोपाल पासवान ने बताया कि सड़क निर्माण करने वाली साज इंफ्राकॉम प्रोजेक्ट लिमिटेड के ठेकेदार अखिलेश जायसवाल के पास बिहटा से बिक्रम तक सड़क बनाने का काम है। इसके एग्रीमेंट के लिए ही कार्यपालक इंजीनियर ने 28 लाख रुपये की रिश्वत मांगी।
इंजीनियर के घर पर अभी जांच चल रही है। जांच में 2.40 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हो चुकी है। इसके अलावा बेनामी संपत्ति के कई दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। इन सभी दस्तावेजों का मिलान किया जा रहा है। राज्य में अभी तक किसी भी सरकारी
अधिकारी के घर से इतनी बड़ी रकम बरामद नहीं हुई है। इस रकम को निगरानी विभाग बैंक में रखने का प्रयास कर रहा है। इतनी बड़ी रकम को निगरानी विभाग अपने लॉकर में नहीं रख सकता है। निगरानी विभाग के लॉकर में सिर्फ 40-50 लाख रुपये ही कैश रखा जा सकता है।