केंद्र सरकार में मंत्री रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) बिहार के बाद उत्तर प्रदेश में भी किस्मत आजमाने की तैयारी में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संगठन की गतिविधियों से माना जा रहा है कि लोजपा उत्तर प्रदेश के सियासी मैदान में उतर सकती है। पार्टी उत्तर प्रदेश में चिराग पासवान के नेतृत्व में दो से तीन लोकसभा सीटों पर दावेदारी ठोंक सकती है। जिसके लिए अभी से जिला स्तर तक पहुंच बनाने की तैयारी की जा रही है।

बिहार में एनडीए के घटक दलों जेडीयू और एलजेपी के बीच लोकसभा सीटों का बंटवारा हुआ है। जिसके बाद एलजेपी अब दूसरे राज्यों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहती है। जिसके लिए पार्टी ने जिला-तहसील स्तर पर बैठकों के बाद अब आने वाले साल की शुरुआत में वाराणसी में रैली या जनसभा का आयोजन करने की योजना बनाई है। उत्तर प्रदेश लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मणिशंकर पांडे के अनुसार चुनाव मिलजुल कर लड़ा जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि हम संगठनात्मक तौर पर तैयारी कर रहे हैं। जब उत्तर प्रदेश में सीट बंटवारे पर चर्चा होगी तो हम अपना पक्ष रखेंगे। इसके पहले उन्होंने वाराणसी में कहा था कि जनवरी के अंत में लखनऊ में बड़ा सम्मेलन होगा। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान और सांसद चिराग पासवान भाग लेंगे।

गौरतलब है कुछ दिन पहले ही बिहार में सीट बंटवारे से नाराज चल रहे उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए से अलग होने का ऐलान किया था। जिसके कुछ दिन बाद ही एलजेपी से भी विरोध के सुर उठने शुरू हो गए थे। सीट बंटवारे से पहले सांसद चिराग पासवान ने कहा, ‘गठबंधन की सीटों को लेकर कई बार भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से मुलाकात हुई परंतु अभी तक कुछ ठोस बात आगे नहीं बढ़ पायी है। इस विषय पर समय रहते बात नहीं बनी तो इससे नुकसान भी हो सकता है।’ जिसके बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कांफ्रेस कर बिहार में लोकसभा की सीटों की स्थिति साफ़ की और एलजेपी को 6 सीटें देने की घोषणा की। बीजेपी और जेडीयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एलजेपी अध्यक्ष रामविलास पासवान को राज्यसभा भेजने की बात भी कही।