Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जातीय गणित सबसे ज्यादा चर्चा में है। सत्ताधारी एनडीए हो या फिर विपक्ष में बैठे इंडिया गठबंधन तक… सभी राजनीतिक खेमे अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए इंटरनेट और कंप्यूटर का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। सभी पिछड़ों के उत्थान की बात कर रहे हैं और शिक्षा के लिए कंप्यूटर या लैपटॉप को बेहद अहम माना जाता है। बिहार की राजनीति में जाति बेहद अहम है लेकिन यह जानना जरूरी है, कि बिहार में किस जाति वर्ग के लोगों के पास लैपटॉप या कंप्यूटर की सुविधा है।
दरअसल, बिहार में जब जेडीयू महागठबंधन का हिस्सा थी तो नीतीश-तेजस्वी की साझा सरकार ने जातिगत सर्वे कराया था। इसकी रिपोर्ट में लोगों के पास कंप्यूटर और लैपटॉप की उपलब्धता की जानकारी भी सामने आई थी। इतना ही नहीं, यह पता लगा था कि किस जाति के लोगों के पास इंटरनेट कनेक्टविटी वाला लैपटॉप या कंप्यूटर है या नहीं।
98.63 प्रतिशत लोगों के पास नहीं कंप्यूटर की सुविधा
बिहार की करीब 13 करोड़ की आबादी में महज 1.15 प्रतिशत लोगों के पास इंटरनेट कनेक्टिविटी वाला लैपटॉप या कंप्यूटर है। इसके अलावा 0.22 लोग ऐसे भी पाए गए, जिनके पास कंप्यूटर या लैपटॉप तो है, लेकिन वो इंटरनेट से कनेक्टेड नहीं हैं। बता दें कि ये डेटा 2023 का है। मतलब ये कि राज्य की 98.63 प्रतिशत जनता के पास लैपटॉप या कंप्यूटर है ही नहीं।
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किस जाति के कितने लोगों के पास है कंप्यूटर या लैपटॉप?
जाति के आधार पर कंप्यूटर की उपलब्धता की बात करें तो राज्य के सामान्य वर्ग के लगभग 3.15 लोगों के पास इंटरनेट कनेक्टेड कंप्यूटर की सुविधा है, जबकि बगैर इंटरनेट वाले सामन्य वर्ग के लोग 0.37 प्रतिशत है। पिछले वर्ग की बात करें तो 1.27 के पास इंटरनेट वाला कंप्यूटर है, जबकि 0.25 प्रतिशत पिछड़े वर्ग के लोग बिना इंटरनेट वाला कंप्यूटर या लैपटॉप यूज कर रहे हैं। अति पिछड़ा वर्ग की बात करें तो इंटरनेट के साथ लैपटॉप इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या 0.64 प्रतिशत है। इसके अलावा बिना इंटरनेट वाले कंप्यूटर को यूज कर रहे लोगों की संख्या 0.17 है।

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अनुसूचित जाति वर्ग की में केवल 0.37 प्रतिशत लोगों के पास इंटरनेट कनेक्टिविटी वाला कंप्यूटर या लैपटॉप है। दूसरी ओर इस वर्ग के विदआउट इंटरनेट लैपटॉप यूज करने वालों की संख्या 0.14 है। अनुसूचित जनजाति के में 0.56 प्रतिशत लोगों के पास इंटरनेट कनेक्टिविटी वाला और 0.20 प्रतिशत के पास बगैर इंटरनेट वाला लैपटॉप या कंप्यूटर है। अन्य जातियों की बात करें तो 5.56 प्रतिशत लोग इंटरनेट कनेक्टिविटी वाला और 0.49 प्रतिशत लोग बगैर इंटरनेट वाला लैपटॉप या कंप्यूटर इस्तेमाल कर रहे हैं।
इंटरनेट के लिए मोबाइल का इस्तेमाल ज्यादा
हालांकि ज्यादातर लोगों के पास स्मार्टफोन के जरिए ही इंटरनेट की सुविधा है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के अनुसार, 30 सितंबर, 2023 तक बिहार दूरसंचार सर्किल में 69.89 मिलियन इंटरनेट ग्राहक थे। यह आंकड़ा इंटरनेट पहुँच को दर्शाता है लेकिन यह मोबाइल फ़ोन और अन्य उपकरणों का उपयोग करने वालों के बीच कोई अंतर नहीं करता है।
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