बिहार के चर्चित नेता और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को आरजेडी से निकाला जा चुका है। अनुष्का यादव प्रकरण मामले में आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने खुद तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से बाहर का रास्ता दिखाया है। हालांकि तेज प्रताप लगातार कहते रहे हैं कि वह अर्जुन हैं और अपने भाई तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इस बीच तेज प्रताप की तेजस्वी से नाराजगी सामने आई है।
‘तेजस्वी दूध पीते हुए बच्चे नहीं हैं’
तेज प्रताप ने कहा कि जोड़ी बनी रहनी चाहिए, चाहे कृष्ण-बलराम की हो या फिर कृष्ण-अर्जुन की, तभी महाभारत का धमाल देखने में मजा आता है, लेकिन यह बात तेजस्वी को भी समझनी चाहिए। उन्होंने कहा कि तेजस्वी दूध पीते हुए बच्चे नहीं हैं, वह दो बच्चों के पिता हैं। रिपब्लिक चैनल के पत्रकार ने पूछा यह बात तेजस्वी क्यों नहीं समझ पा रहे हैं? इसके जवाब में तेज प्रताप ने कहा कि यह बात उनसे पूछना चाहिए कि क्यों नहीं समझ पा रहे हैं? तेजस्वी जी नहीं समझते हैं, तो समझेंगे, कि हमारे भाई जो बोल रहे हैं वो सही है।
अभी तो तेजस्वी लीडर हैं- तेज प्रताप
इसके बाद तेज प्रताप ने लालू यादव का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे पिताजी सत्तू खाते थे तो हम दोनों भाइयों को गोद में बिठाकर खिलाते थे। इसके बाद पत्रकार ने पूछा कि तब भी लालू यादव ने आपको बाहर का रास्ता दिखाया? इसके जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा, “आपका चैनल तो दिखाता रहता है कि आलाकमान कौन है? अभी तो तेजस्वी लीडर हैं। कौन पार्टी चला रहा है?”
पत्रकार ने पूछा कि आपको क्या लगता है कि लालू जी से आपके खिलाफ आदेश निकलवाया गया है? इसके जवाब में तेज प्रताप ने कहा, “मेरे पिताजी ट्विटर थोड़ी लिखते हैं, समझने वाला समझे। हमने अपने पिता को दोष नहीं दे रहे हैं, न मां को दोष दे रहे हैं, न बहन को दोष दे रहे हैं, न अपने भाई को दोष दे रहे हैं। हम तो चाहते हैं कि तेजस्वी मुख्यमंत्री बनें।”
तेज प्रताप यादव ने कहा कि आने वाले चुनाव में मैं किंगमेकर की भूमिका में रहना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि मैं अपनी टीम तेज प्रताप यादव को मजबूत कर रहा हूं। तेज प्रताप ने कहा कि हमारी पार्टी में कई जयचंद हैं जो मुझे और तेजस्वी को अलग करना चाहते हैं।