Bihar Assembly Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पहली बार मैदान में उतरने वाली प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज ने पहली लिस्ट में 51 प्रत्याशियों का नाम घोषित किए थे। अब जनसुराज ने 65 प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी की है। इसके साथ ही पीके की पार्टी ने 243 सीटों के लिए अब तक कुल 116 प्रत्याशियों के नाम पब्लिक कर दिए हैं। अब सवाल यह है कि सभी जाति वर्ग के लोगों को प्रत्याशियों के जरिए प्रतिनिधित्व देने का जो वादा प्रशांत किशोर ने किया था, क्या वे उसे पूरा कर रहे हैं या नही?

अब जारी हुए जनसुराज की दूसरी लिस्ट में आरक्षित सीटों से 20 उम्मीदवारों का नाम शामिल है। इनमें से 19 अनुसूचित जाति यानी एससी और एक अनुसूचित जनजाति अर्थात् एसटी है। इसके अलावा सामान्य वर्ग के 45 सीटों पर सामान्य वर्ग के प्रत्याशियों के नाम का ऐलान हुआ है। जनसुराज पार्टी ने कहा कि यह चयन बिहार के सभी सामाजिक वर्गों का प्रतिनिधित्व करने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। नए घोषित उम्मीदवारों में 14 अति पिछड़ा वर्ग (चार मुस्लिम सहित) से, 10 अन्य पिछड़ा वर्ग से, 11 सामान्य वर्ग से और 14 अल्पसंख्यक समूहों से हैं।

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प्रशांत किशोर ने कही थी सभी को प्रतिनिधित्व देने की बात

जनसुराज पार्टी की प्रत्याशियों की दूसरी सूची में एक उल्लेखनीय नाम अभय कांत झा का है जो 1989 के भागलपुर सांप्रदायिक दंगों के पीड़ितों का बिना कोई शुल्क लिए प्रतिनिधित्व करने के लिए जाने जाते हैं। अभय कांत झा को राजनीतिक रूप से संवेदनशील माने जाने वाले शहरी निर्वाचन क्षेत्र भागलपुर से टिकट दिया गया है। जन सुराज ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र और जदयू के पारंपरिक गढ़ हरनौत से अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार कमलेश पासवान को मैदान में उतारा है।

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पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि यह सभी समुदायों को प्रतिनिधित्व देने की उनकी नीति के अनुरूप है। उन्होंने आगे कहा कि जब तक सभी 243 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा हो जाएगी, तब तक सभी जातियों और वर्गों के लोगों को सूची में जगह मिल जाएगी। इसके अलावा अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में नोखा (रोहतास) से सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी डीएसपी नसरुल्ला खान, फुलवारी (एससी) से अकादमिक प्रोफेसर शशिकांत प्रसाद और बड़हरिया (सीवान) से डॉ शाहनवाज शामिल हैं।

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भौगोलिक क्षेत्र को भी दिया है महत्व

इसके अलावा जनसुराज के प्रत्याशियों की इस सूची में पश्चिमी चंपारण के नौतन से लेकर गया के वज़ीरगंज तक के विस्तृत भौगोलिक क्षेत्र को शामिल किया गया है और इसमें कई पेशेवर और शिक्षाविद शामिल हैं। जाने-माने अर्थशास्त्री डॉ. नवल किशोर चौधरी को सीतामढ़ी के बथनाहा (सुरक्षित) से, जबकि डॉ. मृत्युंजय बेगूसराय के चेरिया बरियारपुर से चुनाव लड़ेंगे।

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मुस्लिमों की भी सहभागिता

आरक्षित एसटी प्रतिनिधित्व कटिहार के मनिहारी से आता है, जहां से बबलू सोरेन चुनाव लड़ेंगे। अल्पसंख्यक उम्मीदवारों में मोहम्मद एकरामुल हक (ठाकुरगंज), नाज अहमद खान उर्फ ​​पप्पू खान (केसरिया) और आमिर हैदर (बहादुरपुर) शामिल हैं। दूसरी सूची में कई महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं, जिनमें जन सूरज ने इस्लामपुर (नालंदा) से तनुजा कुमारी और हसनपुर (समस्तीपुर) से इंदु गुप्ता को मैदान में उतारा है।

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पार्टी ने 9 अक्टूबर को 51 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी, जिसमें कई जाने-माने पेशेवर और सामाजिक कार्यकर्ताओं के नाम शामिल थे। इस सूची में कुम्हरार (पटना) से गणितज्ञ केसी सिन्हा, करगहर से भोजपुरी गायक रितेश रंजन पांडे और मोरवा (समस्तीपुर) से पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर की पोती, दंत चिकित्सक डॉ. जागृति ठाकुर शामिल थीं।


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समझिए जनसुराज का जातीय प्रतिनिधित्व फॉर्मूला

सूची में भोरे से एक ट्रांसजेंडर उम्मीदवार प्रीति किन्नर और कुल सात महिला उम्मीदवार उतारे हैं। अपनी पहली घोषणा में पार्टी ने 17 ईबीसी उम्मीदवारों, 11 ओबीसी, सात मुस्लिम, एक एसटी और नौ सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को टिकट आवंटित किए थे। दोनों सूचियों को मिलाकर, जन सुराज ने अब 116 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं।

इनमें 26 आरक्षित निर्वाचन क्षेत्रों के लिए और 90 सामान्य सीटों के लिए। संयुक्त सामाजिक संरचना में अति पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों और महिलाओं का महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व शामिल है, जो किशोर की सभी समुदायों की आनुपातिक भागीदारी सुनिश्चित करने की पूर्व प्रतिज्ञा के अनुरूप है।

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