जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में हुई एक आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए बिहार के सीआरपीएफ इंस्पेक्टर पिंटू कुमार का पार्थिव शरीर रविवार को पटना एअरपोर्ट पहुंचा। लेकिन शहीद के शव को विदाई देने के लिए एनडीए का कोई भी वरिष्ठ नेता एअरपोर्ट नहीं पहुंचा। दरअसल बिहार की राजधानी पटना में आज एनडीए की संकल्प रैली का आयोजन हो रहा है। इस रैली को पीएम मोदी ने संबोधित किया। एनडीटीवी की एक खबर में बताया गया है कि संकल्प रैली में व्यस्त होने के चलते ही एनडीए का कोई भी वरिष्ठ नेता शहीद को अंतिम विदाई देने नहीं पहुंचा। वहीं शहीद जवान के परिजनों का कहना है कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां आकर अंतिम विदाई देना भी मुनासिब नहीं समझा।

बता दें कि शहीद सीआरपीएफ इंस्पेक्टर पिंटू कुमार बिहार के बेगूसराय जिले के धनचक्की गांव के निवासी थे। शुक्रवार को कुपवाड़ा में एक आंतकी मुठभेड़ में पिंटू कुमार समेत सुरक्षाबलों के 5 जवान शहीद हो गए थे। दरअसल एक आतंकी, जो कि मलबे में छिपा हुआ था, उसने अचानक सुरक्षाबलों पर गोलीबारी कर दी। अचानक हुए इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए। शहीद पिंटू कुमार को अंतिम विदाई देने के लिए पटना एअरपोर्ट पर जिलाधिकारी रवि कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गरिमा मलिक, सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा, लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चौधरी महबूब अली कैसर आदि नेता पहुंचे थे।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह यहां राजनीति करने नहीं आए हैं और सिर्फ शहीद को अपनी श्रद्धांजलि देने आए हैं। लोजपा नेता मोहम्मद कैसर ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यदि संकल्प रैली में व्यस्त थे तो उन्हें कम से कम अपने किसी सहयोगी को यहां भेजना चाहिए था। बता दें कि एनडीए की इस संकल्प रैली का आयोजन भाजपा, जदयू और लोजपा ने मिलकर किया है। तीनों पार्टियों के बीच आगामी लोकसभा चुनावों के लिए सीटों का बंटवारा हो गया है। सीट बंटवारे के तहत भाजपा 17, जदयू 17 और लोजपा 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।