Agriculture Minister Sudhakar Singh: बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। सुधाकर सिंह ने शनिवार (17 सितंबर) को कहा कि राज्य में खादों की कालाबाजारी हो रही है, अधिकारी ही कालाबाजारी करवा रहे हैं।

सुधाकर सिंह ने कहा कि कहा कि केंद्र सरकार ही बिहार में कालाबाजारी करवा रही है। उन्होंने आगे कहा, “मैं तो 25 दिन या एक महीने से मंत्री बना हूं। कालाबाजारी सिर्फ 25 दिनों से नहीं हो रही है। मैं दरभंगा गया था और वहां के लोग आरोप लगा रहे थे कि बिहार सरकार में बैठे लोग खाद की कालाबाजारी करा रहे हैं जो सच है। वह इस बात को स्वीकार भी करते हैं।”

बिहार में खाद की आपूर्ति कम: बिहार के कृषि मंत्री ने आगे कहा कि चार दिन पहले भी उन्होंने खुद इस पर बयान दिया था। उन्होंने कहा कि बिहार में एक महीने से खाद की आपूर्ति कम कर दी गयी है। राज्य में एक महीने पहले भारतीय जनता पार्टी के ही कृषि मंत्री थे, जब खाद की कालाबाजारी हो रही थी। उनके ही मंत्री खाद की चोरी और तस्करी करा रहे थे।

बीजेपी का मंत्री ही तस्करी करा रहा था: सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार सरकार में आखिर कौन है जो यह काम करा रहा था? उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार में ही अमरेंद्र प्रताप कृषि मंत्री थे। केंद्रीय रसायन ऊर्जा मंत्री ने स्वीकार कर लिया कि बिहार में जो उनकी ही पार्टी का मंत्री था वो चोरी और तस्करी करा रहा था। मैंने चार दिन पहले यह बयान दिया था तो बिहार में हंगामा मच गया। मैं तो कह रहा हूं कि चोरी हो रहा था। चोरी कराने वाले तो उन्हीं के लोग थे। जो मैं कह रहा था वो बात बिहार में साबित हो गयी।

सुधाकर सिंह ने कहा, “मैंने कृषि विभाग की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाया था, तब उसे मौजूदा सरकार के खिलाफ ही बताया जाने लगा। यह सच्चाई है कि किसानों को आवश्यकता से कम खाद की आपूर्ति केंद्र द्वारा हुई है।” उन्होंने केंद्रीय उर्वरक राज्यमंत्री की बातों को तथ्य से अलग बताया।

गौरतलब है कि केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री भगवंत खुबा ने दावा किया था कि बिहार ही नहीं पूरे देश में उर्वरक की कोई किल्लत नहीं है। खाद की कमी के बिहार सरकार के दावे को खारिज करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में उर्वरकों की कृत्रिम कमी पैदा की गई। बिहार सरकार के बिचौलियों से हाथ मिलाने के कारण यह हाल हुआ।