बिहार में सियासी हलचल मची हुई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से बीजेपी के साथ सरकार बना सकते हैं। अगर ऐसा होता है और नीतीश फिर से मुख्यमंत्री बनते हैं तो वह नौवीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे। नीतीश कुमार पिछले 23 साल में 8 बार बिहार के मुख्यमंत्री बन चुके हैं।

बीजेपी के साथ लंबे समय तक रहा गठबंधन

हालांकि नीतीश कुमार का सबसे लंबा गठबंधन बीजेपी के साथ ही चला है। लेकिन वह कई बार बीजेपी का साथ छोड़ भी चुके हैं। नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में साल 2000 में पहली बार सीएम पद की शपथ ली थी। भाजपा ने उन्हें समर्थन दिया था लेकिन 7 दिन के अंदर ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद 2005 में बीजेपी जेडीयू गठबंधन को बिहार में बहुमत मिला और नीतीश कुमार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। साल 2010 में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन ने रिकॉर्ड बहुमत हासिल किया और नीतीश कुमार तीसरी बार मुख्यमंत्री बने।

मोदी के कारण 2013 में छोड़ा था बीजेपी का साथ

2013 में नीतीश कुमार से एनडीए से अलग हो गए। इस दौरान नीतीश ने मुख्यमंत्री पद की कुर्सी भी छोड़ दी थी और अपनी पार्टी के नेता जीतनराम मांझी को सीएम बनाया था। लेकिन इसके बाद उन्होंने फरवरी 2015 में फिर से कमान संभाली और चौथी बार सीएम पद की शपथ ली।

2015 में नीतीश कुमार ने आरजेडी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और गठबंधन को जीत हासिल हुई। इसके बाद नीतीश कुमार ने पांचवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। नीतीश कुमार का 2017 में एक बार फिर से आरजेडी से मोहभंग हुआ। उन्होंने गठबंधन तोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने फिर से बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई और छठी बार मुख्यमंत्री बने।

सरकार में कोई भी रहे, सीएम नीतीश कुमार ही रहें

2020 में बिहार में विधानसभा चुनाव हुए और एनडीए गठबंधन के तहत भाजपा और जेडीयू ने मिलकर चुनाव लड़ा। गठबंधन को बहुमत हासिल हुआ और नीतीश कुमार ने सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि अगस्त 2022 में नीतीश कुमार के फिर से बीजेपी के साथ रिश्ते खराब हो गए और उन्होंने आरजेडी के साथ गठबंधन किया और सरकार बना ली। इस बार भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बने और उन्होंने आठवीं बार सीएम पद की शपथ ली। ऐसे में 2005 से लेकर अब तक बिहार में कई गठबंधन की सरकारी बनी लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी नीतीश कुमार के पास ही रही।

नीतीश कुमार ने बनाया रिकॉर्ड

अगर नीतीश कुमार बीजेपी के साथ फिर से सरकार बनाते हैं और मुख्यमंत्री बनते हैं तो वह नौवीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे। ऐसे में वह एक नया रिकॉर्ड भी बनाएंगे। नीतीश कुमार के बाद सबसे अधिक बार सीएम बनने वाले नेता उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक हैं। वह पिछले 23 साल से सरकार चला रहे हैं। नवीन पटनायक कुल पांच बार सीएम पद की शपथ ले चुके हैं।