Bihar News: आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का एक बयान फिर से सुर्खियों में है। तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान ‘डीके टैक्स’ का जिक्र किया। तेजस्वी यादव ने इशारे ही इशारे में कोड के जरिए कुछ आरोप गढ़े हैं। तेजस्वी यादव के इस बयान से बिहार की सियायत में हलचल पैदा हो गई है। सभी इस बात को जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर ये डीके टैक्स क्या है।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में ना तो डीजीपी की चल रही है और ना ही मुख्य सचिव की चल रही है। उन्होंने आगे कहा कि रिटायर्ड अधिकारी बिहार को चला रहे हैं। यहां पर सिर्फ डीके टैक्स चलता है। बिहार में पूरी तरह से वसूली हो रही है। अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग में हेराफेरी का खेल चल रहा है। काबिल अधिकारियों को साइड लाइन किया जा रहा है।
बिहार में प्रशासनिक अराजकता फैली- तेजस्वी यादव
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इसे लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट भी किया है। उन्होंने कहा, ‘बिहार में प्रशासनिक अराजकता फैल चुकी है। मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक का पद दिखावटी व आलंकारिक रह गया है। सीएम ने सीएस और डीजीपी पद को सजावटी भी नहीं छोड़ा। मुख्य सचिव और डीजीपी को यात्रा और समीक्षा बैठक के दौरान अब बुलाया ही नहीं जाता अगर बुलाया भी जाता है तो वरीयता को साइडलाइन कर एक कोने में जगह दे दी जाती है। रिटायर्ड आईएएस अधिकारी 90 फीसदी काबिल अधिकारियों को दरकिनार कर पुलिस और सरकार चला रहे है। सरकार बेसुध है। बेलगाम अफ़सरशाही के चलते मंत्री और विधायक तो कठपुतली लायक भी नहीं बचे। डीके टैक्स के बिना बिहार में एक पता तक भी नहीं हिलता। डीके टैक्स वसूली गैंग से बिहार त्रस्त है।’
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तेजस्वी यादव ने किस तरफ किया इशारा
दरअसल, तेजस्वी यादव DK से किस नाम की तरफ इशारा दे रहे हैं ये कहा नहीं जा सकता है। लेकिन जिस तरह से बिहार में अधिकारियों के ही ऊपर बोलते हुए तेजस्वी ने इसका जिक्र किया उससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी बड़े अधिकारी या नेता के नाम की तरफ ही उनका इशारा था। बिहार में कभी RCP टैक्स भी काफी चर्चा हुई करती थी। कैसे समय-दर-समय बदलते रहे नीतीश-लालू के संबंध पढ़ें पूरी खबर…