बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यूनाटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की नयी टीम की घोषणा की है। जिसमें कई लोकसभा सांसदों को उनके संगठनात्मक पदों से मुक्त कर दिया गया है और के सी त्यागी को राजनीतिक सलाहकार बनाया गया है।
राज्यसभा सदस्य वशिष्ठ नारायण सिंह को उपाध्यक्ष बनाया गया है जो मंगनी लाल मंडल का स्थान लेंगे। मंडल अब संगठन में 11 महासचिवों में से एक हैं। निवर्तमान टीम में 22 महासचिव थे और गठन तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह ने किया था।
क्या जानकारी सामने आई है?
जिन नेताओं को महासचिव पद से हटाया गया है उनमें उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ नेता धनंजय सिंह और हर्षवर्धन सिंह शामिल हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि आगामी आम चुनाव पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पांच लोकसभा सदस्यों को शामिल किया गया है। त्यागी पहले विशेष सलाहकार थे। वह राजीव रंजन के साथ पार्टी के दो प्रवक्ताओं में से एक बने हुए हैं।
बिहार के मंत्री संजय झा, राज्यसभा सदस्य रामनाथ ठाकुर, अली अशरफ फातमी और अफाक अहमद खान को महासचिव पद पर बरकरार रखा गया है। नीतीश कुमार को पिछले महीने पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था।
नीतीश कुमार के NDA में जाने की अटकलें
गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू के दौरान नीतीश कुमार को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दिया है। दरअसल गृह मंत्री अमित शाह से पूछा गया था कि क्या नीतीश कुमार एनडीए में आने वाले हैं, इस सवाल के जवाब पर गृह मंत्री ने कहा कि अगर ऐसा कोई प्रस्ताव आता है तो विचार किया जाएगा। गृह मंत्री के इस बयान के बाद अटकलों का दौर शुरू हो गया है कि बिहार की सियासत में एक बार फिर कुछ बड़ा हो सकता है। हालांकि नीतीश कुमार की ओर से इस मुद्दे पर फिलहाल किसी तरह का बयान सामने नहीं आया है।