Bihar Election 2020: बिहार में विधानसभा चुनाव को अब ज्यादा समय नहीं बचा है। ऐसे में राज्य में सियासत गरमाई हुई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपील की है कि बेरोजगारी और सरकारी संस्थाओं के निजीकरण के खिलाफ राज्यवासी बुधवार यानी 9 सितम्बर को 9 बजे रात में 9 मिनट तक के लिए घर का लाइट ऑफ कर एक दीया, लालटेन या मोमबत्ती जलाएं। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और नेता प्रतिपक्ष ने मंगलवार की रात 9 बजे फेसबुक लाइव में यह संदेश दिया।
वहीं बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर राजद सुप्रीमो लालू यादव और उनके परिवार पर निशाना साधा है। सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ईटी-वाईटी का मजाक उड़ाने वाले लालू प्रसाद जेल में हैं, लेकिन आज उसी आईटी-वाईटी से चलने वाले सोशल मीडिया के जरिये राजनीति कर रहे हैं। आईटी ( सूचना तकनीक) ने लाखों हुनरमंद युवाओं को तो रोजगार दिया ही, राजद के राजकुमार भी केवल आईटी (ट्विटर) के भरोसे अपनी छवि चमकाने में लगे हैं। मोदी ने आगे कहा कि आईटी, वर्चुअल रैली, ईवीएम और बुलेट ट्रेन का विरोध कर राजद ने बार-बार साबित किया कि वह गरीबों को लालटेन युग से बाहर नहीं आने देना चाहता। जैसे कुछ प्राणियों को अंधेरे से प्रीत और प्रकाश से बैर होता है, उसी तरह राजनीति में भी अंधेरापसंद लोग हैं।
बिहार में सीएम नीतीश और जेडीयू के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रही एलजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। चूंकि महागठबंधन ने साफ कर दिया है कि अब एलजेपी की एंट्री नहीं हो सकती। इसकी बड़ी वजह ये है कि सीटों का बंटवारा लगभग तय हो चुका है। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक राम ने कहा कि महागठबंधन में अब एलजेपी को जगह नहीं मिल सकती है। उन्होंने कहा कि ‘सीटों का बंटवारा हो चुका है। अगर एलजेपी खुद महागठबंधन में शामिल भी होना चाहे तो उसे शामिल नहीं किया जा सकता है।’ हालांकि कभी लोजपा ने यह इच्छा अबतक जाहिर नहीं की है वह महागठबंधन का हिस्सा बनना चाहती है।
वैशाली जिले के तहत आने वाली महुआ सीट पारंपरिक रूप से जेडीयू का गढ़ रहा है लेकिन 2015 में राजद-जेडीयू गठबंधन होने के नाते लालू यादव ने अपने बेटे की इस सीट से सेफ लॉन्चिंग कराई थी और उनकी जीत भी हुई थी। इस बार दोनों दल अलग-अलग हैं, ऐसे में तेज प्रताप की राह मुश्किल है। 2010 के चुनाव में इस सीट से जेडीयू के रवींद्र राय ने राजद के जगेश्वर राय को हराया था। हालांकि, 2000 और 2005 में राजद से ही दसई चौधरी ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। वो लंबे समय से अलग-अलग दलों में रहते हुए यहां से जीतते रहे थे।
आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि एलजेपी केवल हवाबाजी कर रही है। चिराग पासवान 143 सीट पर उम्मीदवार उतारने की बात कह रहे हैं। कुछ नहीं ये सिर्फ अधिक सीट पर उम्मीदवारी जताने का तरीका है। अगर वो ज़्यादा सीट पर उम्मीदवार उतारेंगे तो उन्हें एनडीए से बाहर होना पड़ेगा। तिवारी ने कहा 'क्या रामविलास पासवान बिना मंत्री पद के जीवित रह सकते हैं? ये लोग केवल जनता को बेवकूफ बनाते हैं।'
कांग्रेस नेता डॉ. अजय उपाध्याय ने कहा कि डूबती नाव को बचाने के लिए तिनके का सहारा और खेवैये को धक्का लगाया जा रहा है। उन्होने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी और एनडीए के और दलों में सूरदास और कालिदास पर जिस तरीके से चर्चा हो रही है इससे साफ पता चलता है कि एनडीए में माहौल कुछ भी ठीक नहीं है।
लोक जनशक्ति पार्टी बिहार में 143 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। एलजेपी की संसदीय बोर्ड की दिल्ली में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है। जल्द से जल्द लिस्ट सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेजी जाएगी। चुनाव में गठबंधन से संबंधित फैसले पार्टी प्रमुख करेंगे।
महागठबंधन ने एलजेपी को उनके साथ जुड़ने के संकेत दिया हैं। वहीं पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान को एनडीए में 'अपमान सहन नहीं करने' की नसीहत दी है। महागठबंधन ने चिराग को उकसाने की कोशिश उस मीटिंग के बाद की है जिसमें एलजेपी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 143 सीटों पर प्रत्याशियों की सूची बनाकर जल्द केंद्रीय संसदीय बोर्ड को सौंपने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा इस मीटिंग में निर्णय लिया गया है कि चिराग पासवान इस बात का अंतिम फैसला लेंगे कि उनकी पार्टी जेडीयू प्रमुख और राज्य के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ना चाहते हैं या नहीं।
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के दो घटक दलों में बढ़ती दूरियों के बीच लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने मंगलवार को कहा कि जद(यू) ने यह साफ कर एक ‘‘एहसान’’ किया कि दोनों दलों में कभी गठबंधन नहीं था। लोजपा ने एक बयान में कहा, ‘‘हम जनता दल (युनाइटेड) के इस बयान का स्वागत करते हैं कि उनका कभी लोजपा के साथ कोई गठबंधन नहीं रहा। जद(यू) नेता केसी त्यागी त्ने हम पर एहसान किया है।’’ इसमें कहा गया कि पार्टी सिर्फ उन लोगों से हाथ मिलाएगी जो बिहार को देश का अग्रणी राज्य बनाने के पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान के एजेंडे का समर्थन करेंगे।
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने जनता दल यू के हालिया बयानों पर आश्चर्य जताया है। पार्टी का कहना है कि जदयू का बयान एनडीए में बिखराव को प्रकट करने जैसा है।
पासवान ने हैशटेग ''जस्टिस फार सुशांत सिंह राजपूत'' के साथ ट्वीट करते हुए कहा, ''मादक पदार्थ मामले में एनसीबी ने आज रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी उन सभी लोगों को निशब्द कर देगी जो लोग उनके पक्ष में खड़े थे।'' एनसीबी ने तीन दिन की पूछताछ के बाद सुशांत की मौत से संबंधित कथित मादक पदार्थ मामले में मंगलवार को चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया।
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मंगलवार को कहा कि अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी उसका समर्थन कर रहे लोगों को ''निशब्द'' कर देगी।
बिहार में सत्तारूढ़ राजग ने कहा कि स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा की गई रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी पटना में जन्मे अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को न्याय मिलने की दिशा में ‘‘एक महत्वपूर्ण कदम’’ है। जदयू-भाजपा गठबंधन ने सुशांत की बहनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने पर रिया पर हमला बोला और आरोपों को ‘‘निराधार’’ करार दिया।
सीएम नीतीश कुमार का कहना है कि वे शराबबंदी से समझौता नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि युवाओं की मांग पर ही शराबबंदी कानून लागू किया गया है। कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं, मुझे उसकी परवाह नहीं है। नीतीश ने कहा कि वोट की चिंता हमें नहीं है, पर आपलोग बताइये पहले क्या स्थिति थी।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके परिवार ने सामाजिक न्याय के नाम पर लोगों को झांसा दिया। राजद की दूसरी पीढ़ी अब लोगों को बेरोजगारी और आर्थिक न्याय के नाम पर गलतबयानी कर छलने का प्रयास कर रही है। पांडेय ने कहा कि राज्य की जनता ऐसे जुमले को समझती है और उनके झांसे में नहीं आएगी।
बिहार में सत्तारूढ़ राजग ने कहा कि स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा की गई रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी पटना में जन्मे अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को न्याय मिलने की दिशा में ‘‘एक महत्वपूर्ण कदम’’ है। जदयू-भाजपा गठबंधन ने सुशांत की बहनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने पर रिया पर हमला बोला और आरोपों को ‘‘निराधार’’ करार दिया। इसने रिया को उद्धव ठाकरे नीत महाराष्ट्र सरकार के समर्थन पर सवाल उठाए।
जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने मंगलवार को एकबार फिर कहा कि जदयू का भाजपा के साथ गठबंधन है, लोजपा के साथ नहीं। त्यागी ने कहा कि केन्द्र में नरेन्द्र मोदी और बिहार में नीतीश कुमार एनडीए के चेहरा हैं। इसका जो विरोध करेगा वह बीजेपी और जदयू के शीर्ष नेतृत्व का विरोधी है। उन्होंने लोजपा की 143 सीटों की तैयारी पर उन्होंने दो टूक कहा कि एनडीए बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा।
केंद्रीय पेट्रोरसायन इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट) बिहार के भागलपुर और उत्तर प्रदेश के वाराणसी में जल्द ही अपने दो कौशल विकास केंद्र खोलेगा। रसायन और उवर्रक मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सिपेट, रसायन और उवर्रक मंत्रालय के तहत काम करता है। रसायन और पेट्रोरसायन सचिव आर. के. चतुर्वेदी ने कहा कि इन केंद्रों में हर साल 1,000 युवाओं को पेट्रोरसायन और उससे जुड़े अन्य उद्योगों के लिए डिप्लोमा पाठ्यक्रम कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह केंद्र तकनीकी सहायता सेवा क्षेत्र में नए और मौजूदा उद्योगों के विकास के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेंगे।
तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए ट्वीट किया, ‘‘ यदि वह अपने पूरे जीवन में अपने बलबूते (चुनाव) लड़ते तो उनका (नीतीश कुमार का) प्रतापी चेहरा उन्हें दहाई अंक में भी सीटें नहीं जीता सकता । यह मेरा दावा और चुनौती है।’’ कुमार ने सोमवार को जदयू की डिजिटल रैली में लालू प्रसाद और उनके परिवार पर करार प्रहार किया था और 15 साल के ‘पति-पत्नी राज (लालू-राबड़ी शासन) एवं अपने शासन के बीच विकास की गति को लेकर तुलनात्मक आंकड़े पेश किये थे।
सीएम नीतीश कुमार का कहना है कि वे शराबबंदी से समझौता नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि युवाओं की मांग पर ही शराबबंदी कानून लागू किया गया है। कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं, मुझे उसकी परवाह नहीं है। नीतीश ने कहा कि वोट की चिंता हमें नहीं है, पर आपलोग बताइये पहले क्या स्थिति थी।
बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद और उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा है। उप मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि ईटी-वाईटी का मजाक उड़ाने वाले लालू प्रसाद जेल में हैं, लेकिन आज उसी आईटी-वाईटी से चलने वाले सोशल मीडिया के जरिये राजनीति कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को राजद के एमवाई (मुस्लिम+यादव) समीकरण पर निशाना साधा। सीएम ने भागलपुर दंगा के आरोपितों को सजा दिलाने की भी उन्होंने चर्चा की। उन्होंने कहा कि किशनगंज में अलीगढ़ मुस्लिम विवि के कैंपस के लिए दी गई। इसके अलावा अल्पसंख्यकों के लिए किये गये कार्यों का जिक्र कर मुस्लिम युवाओं को भी संदेश दिया।
सीएम नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार के 2018 के आंकड़ों का जिक्र किया जिनमें बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति अन्य कई राज्यों से बेहतर बताई गयी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ताजा रिपोर्ट के अनुसार सभी तरह के अपराध के मामले में बिहार देश में 23वें स्थान पर है, वहीं बलात्कार के मामलों में यह 33वें तथा महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में 29वें स्थान पर आता है।
नीतीश कुमार ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव से अलग रह रहीं उनकी पत्नी और पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय का मुद्दा भी उठाया। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके परिवार को आड़े हाथ लेते हुए कहा, ‘‘वह (ऐश्वर्या) पढ़ी लिखी हैं। लोग शिक्षा की बात करते हैं और देखिए शिक्षित लोगों के साथ क्या हुआ। यह एक परिवार का मामला है, जिस पर मैं कुछ नहीं कहना चाहता।’’ तेज प्रताप और ऐश्वर्या के दांपत्य विवाद पर पटना की एक अदालत में मामला विचाराधीन है। नीतीश ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रामलखन सिंह यादव के पौत्र जयवर्द्धन यादव के साथ राजद में कथित दुर्व्यवहार का भी जिक्र किया।
कांग्रेस ने बिहार चुनाव के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत की। इस दौरान पार्टी ने पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण में डिजिटल माध्यम से रैली की। पार्टी सूत्रों ने बताया कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर और निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार पार्टी ने “बिहार क्रांति वर्चुअल महासम्मेलन” आयोजित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार की डिजिटल रैलियां प्रत्येक जिले के विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित की जाएंगी। बिहार में अक्टूबर-नवम्बर में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है।
नीतीश ने राज्य विधानसभा चुनाव में मुख्य प्रतिद्वंद्वी राजद के खिलाफ ‘पति-पत्नी की सरकार’ जैसे जुमलों से हमला किया, वहीं राजग के एक अन्य सहयोगी दल रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को लेकर कुछ भी नहीं बोला। हालांकि, लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान लगातार उनकी सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
बिहार में चुनाव को लेकर राजनीतिक दल प्रचार- प्रसार में जुट गए हैं। इस बार कोरोना संक्रमण के कारण चुनाव में रैली और प्रचार का तरीका बदल गया है। वहीं इस बार राजनीतिक दलों के पास चुनाव की प्रचार सामग्री भी थोड़ी अलग है। जिसमें मास्क की डिमांड काफी अधिक देखी जा रही है। भाजपा ने सुशांत की फोटो वाले तो लोजपा ने बिहारी फर्स्ट वाले मास्क बांट रही है।
सीवान-बड़हरिया से जदयू विधायक श्यामबहादुर सिंह पटेल को धमकी मिली है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक विधायक से पांच लाख रुपए की भी मांग की गई है। मामले में जीवी नगर थाना में शिकायत दर्ज करवाई गई है। जदयू नेता ने रवि शाही नाम के शख्स के खिलाफ केस दर्ज करवाया है।
आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने अपना चुनाव क्षेत्र बदल लिया है। वे वैशाली के महुआ के बदले समस्तीपुर के हसनपुर से चुनाव लड़ेंगे। इस संबंध में उन्होंने हसनपुर में पहला जनसंपर्क भी किया है। तेज प्रताप के चुनाव क्षेत्र बदलने पर भाजपा ने चुटकी लेते हुए कहा है कि वे कहीं से भी लड़ें, हार तय है। यह चर्चा है कि उन्होंने पत्नी ऐश्वर्या राय के महुआ से उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की आशंका के कारण अपना क्षेत्र बदला है। हसनपुर यादव बहुल विधानसभा सीट है।
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर निशाना साधा है। उन्होंने मंगलवार को एक ट्वीट कर कहा कि 'नीतीश कुमार ने 1995 में एकीकृत बिहार में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ा था तो मात्र 7 सीट आई थीं। 2014 में लेफ़्ट के साथ मिलकर लड़े थे तो मात्र 2 सीट आई थी। वो जीवन में कभी भी अकेले लड़ेंगे तो प्रतापी चेहरे को दहाई के अंकों में भी सीट प्राप्त नहीं होगी। यह मेरी चुनौती और दावा है।' आरजेडी नेता ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार तर्क और तथ्यों से भाग रहे है। बिहार के करोड़ों लोगों का वर्तमान और भविष्य बर्बाद कर इतिहास के बासी पन्नों को महक, चहक रहे है। अपनी उपलब्धि के नाम पर बताने के लिए कुछ नहीं है, जो है वो यूपीए सरकार की देन है।
हंगामे तो बहुत हैं चैनलों पर, लेकिन सुशांत के इंसाफ़ की बात कोई नहीं कर रहा..! साहीब, इंसाफ़ दिलाओ 'सितारे' को..!!
बिहार में आरजेडी ने दावा किया है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की वर्चुअल रैली को लाइव देखने के लिए जेडीयू ने 26 लाख लोगों को लिंक भेजा मगर लोगों ने इसे नकार दिया। ट्विटर पर बिहार रिजेक्ट नीतीश ट्रेंडिंग में टॉप पर रहा है। एक लाख से ज्यादा लोगों ने ट्वीट किए। आरजेडी ने कहा कि नीतीश कुमार ने अतिक्रमण कर नई बिल्डिंग बनाई। वर्चुअल के नाम पर करोड़ों रुपए फूंक दिए गए, मगर फिर भी फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर डिसलाइक की बाढ़ आ गई। ट्विटर पर घंटों तक #BiharRejectsNitish नंबर वन ट्रेंडिंग में रहा।
जेडीयू पर लगातार हमले के बीच एलजेपी भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करती रही है और राष्ट्रीय पार्टी के साथ अपना गठबंधन बनाए रखना चाहती है। चिराग पासवान के पिता नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री भी हैं। इधर दिल्ली में बैठक के बाद बिहार में विधायक और पार्टी के राज्य संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष राजू तिवारी ने एक नोट जारी किया। इसमें दो प्रमुख बातें कही गईं, जिसमें पार्टी द्वारा 143 उम्मीदवार तय करने करना और उस लिस्ट को संसदीय बोर्ड को भेजना। तिवारी ने कहा कि गठबंधन के संबंध में निर्णय लेने के लिए चिराग पासवान को शक्तियां देने का प्रस्ताव पास किया गया। वो तय करें कि गठबंधन में रहना है या नहीं, जैसे जेडीयू के साथ या अन्य एनडीए घटक दलों के साथ चुनाव लड़ना है।
कांग्रेस ने बिहार चुनाव के लिए सोमवार को प्रचार अभियान की शुरुआत की। इस दौरान पार्टी ने पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण में डिजिटल माध्यम से रैली की। पार्टी सूत्रों ने बताया कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर और निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार पार्टी ने ‘‘बिहार क्रांति वर्चुअल महासम्मेलन’’ आयोजित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार की डिजिटल रैलियां प्रत्येक जिले के विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित की जाएंगी। बिहार में अक्टूबर-नवम्बर में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है।
बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान सोमवार को शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने अपने 15 साल के शासन बनाम लालू-राबड़ी की डेढ़ दशक की सरकार की तुलना की। उन्होंने डिजिटल रैली के माध्यम से प्रचार अभियान की शुरूआत करते हुए 176 मिनट का भाषण दिया और अधिकतर समय पिछले 15 साल में राज्य में किए अपने विकास कार्यों की बात की। उन्होंने जेल में बंद राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर भी राजनीतिक और व्यक्तिगत हमलों में कोताही नहीं बरती। क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी एनडीए में टूट का खतरा बढ़ गया है। गठबंधन में सहयोगी एलजेपी ने आगामी चुनाव में 143 विधानसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट बनाने का फैसला लिया है। इसके साथ ही पार्टी राज्य के मुख्यमंत्री और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी या उनके खिलाफ, इसपर आखिरी फैसला लेने के लिए पार्टी ने चिराग पासवान को अधिकृत किया है।
चिराग पासवान की अध्यक्षता में सोमवार को लोजपा की बिहार प्रदेश संसदीय बोर्ड की बैठक हुई। बैठक में आगे सभी प्रकार के निर्णय के लिए चिराग पासवान को अधिकृत किया गया। गठबंधन पर कोई भी फैसला लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान लेंगे। हालांकि, संसदीय बोर्ड ने बिहार की 143 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला कर लिया। यह फैसला चिराग पासवान की मौजूदगी में हुआ। मतलब साफ है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए सौ सीट छोड़कर शेष सभी सीटों पर लोजपा अपना उम्मीदवार उतारेगी।
जदयु प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि पार्टी ने बिहार और अन्य राज्यों में भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा है, राजग के किसी अन्य दल के साथ नहीं। ‘‘चाहे 2005 हो, 2010 या 2015 विधानसभा चुनाव, हमने लोजपा के साथ मिलकर कभी चुनाव नहीं लड़ा।’’ लोजपा सूत्रों ने कहा कि बैठक में पार्टी के कई नेताओं ने दावा किया कि राज्य के लोग नीतीश कुमार के नेतृत्व से खुश नहीं हैं और कोविड-19 महामारी के समय चुनाव कराने को लेकर आक्रोशित हैं।
जदयू ने कहा है कि राज्य में जो भो पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है उसे नीतीश कुमार के नेतृत्व को स्वीकार करना होगा। जदयू प्रवक्ता के सी त्यागी ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने कहा था कि बिहार विधानसभा चुनाव में राजग कुमार ने नेतृत्व में लड़ेगा।
लोक जनशक्ति पार्टी ने 143 विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रत्याशियों की सूची बनाने का निर्णय लिया। सूत्रों ने बताया कि चिराग पासवान ने पार्टी के बिहार से संसदीय बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में लोजपा के कुछ नेताओं ने दावा किया कि नीतीश कुमार अब लोकप्रिय नेता नहीं रह गए हैं और राज्य सरकार नौकरशाहों पर आवश्यकता से अधिक निर्भर है।
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में जनता दल (यू) के खिलाफ लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) चुनाव लड़ेगी या नहीं इसका फैसला लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान करेंगे।
नीतीश ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रामलखन सिंह यादव के पौत्र जयवर्द्धन यादव का भी जिक्र किया। यादव समुदाय से आने वाले चंद्रिका राय और जयवर्द्धन यादव दोनों ही राजद के विधायक हैं और हाल ही में जदयू में शामिल हुए हैं।
जदयू अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने चुनाव प्रचार में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव से अलग रह रहीं उनकी पत्नी और पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय का मुद्दा उठाया। तेज प्रताप और ऐश्वर्या के दांपत्य विवाद पर पटना की एक अदालत में मामला विचाराधीन है।