Lalit Narayan Mithila University: बिहार में 100 में से 151 अंक देने वाली दरभंगा स्थित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (एलएनएमयू) एक बार फिर से चर्चा में हैं। यहां बीए पार्ट 3 की परीक्षा के लिए पीएम मोदी और राज्यपाल फागू चौहान की फोटो वाला एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया। यह घटना तब सामने आई जब एडमिट कार्ड की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई जो चर्चा का विषय बन गई। हालांकि, यह पहली बार नहीं था जब विश्वविद्यालय ने अपने काम में असावधानी बरती।

कला संकाय के तीसरे खंड के एक छात्र ने अपना प्रवेश पत्र सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा कि मेरे प्रवेश पत्र पर चांसलर फागु चौहान का फोटो लगा दिया गया है। जबकि मैंने अपनी फोटो लगाई थी। मिली जानकारी के मुताबिक इसके अलावा तीसरे खंड के एडमिट कार्ड में कई तरह की गड़बड़ी सामने आई है। 24 सितंबर 2022 को होने वाली 8वें पेपर की परीक्षा कला संकाय के एक अभ्यर्थी के प्रवेश पत्र पर वर्ष 2026 लिखकर जारी कर दी गई है।

हालांकि, एडमिट कार्ड वायरल होने के बाद वेबसाइट से उम्मीदवार के एडमिट कार्ड को हटा दिया है। इतना ही नहीं कई उम्मीदवारों के हस्ताक्षर भी बदल कर अपलोड कर दिए गए हैं। कई ऐसे एडमिट कार्ड भी जारी किए गए, जिनमें परीक्षार्थियों की फोटो नहीं है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद शुक्रवार को विश्वविद्यालय प्रशासन ने हंगामे के बीच वेबसाइट से एडमिट कार्ड डाउनलोड करने का लिंक भी हटा दिया। वहीं, विभिन्न प्रकार की त्रुटियों को ठीक किया जा रहा है।

कुलसचिव डॉक्टर मुश्ताक अहमद ने कहा कि एडमिट कार्ड पर राज्यपाल फागु चौहान की तस्वीर लगाना यूनिवर्सिटी की गलती तो जरूर है, लेकिन इसके लिए छात्र भी जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि छात्र विवि का फॉर्म खुद भरते हैं। ऐसे में उन्हें साइबर कैफे पर फॉर्म भरवाते समय ध्यान देना चाहिए।

विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और बेगूसराय के परीक्षा केंद्रों पर 12 सितंबर से तीसरे खंड की परीक्षा शुरू होगी। परीक्षा से कुछ दिन पहले ऐसे मामले सामने आने से परीक्षार्थियों में भ्रम की स्थिति देखी जा रही है।

बता दें, इससे पहले 29 जुलाई को कला संकाय के दूसरे खंड के एक छात्र की मार्कशीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। मार्कशीट में राजनीति विज्ञान ऑनर्स के पेपर 4 में उम्मीदवार को 100 में से 151 अंक दिए गए थे।

महंत राम जीवन दास कॉलेज, बिशनपुर बेगूसराय के कला संकाय का छात्र विश्वविद्यालय की आधिकारिक साइट पर अपना परिणाम देखकर हैरान रह गया। उसे सभी विषयों में कुल 420 अंक दिए गए थे। इसके बाद भी मार्कशीट में फेल लिखा हुआ था। जिसके बाद यूनिवर्सिटी के डाटा सेंटर द्वारा आधिकारिक साइट से मार्कशीट को हटा दिया गया। जिसे बाद में संशोधित कर जारी किया गया।