Bihar Politics: बिहार की जदयू-भाजपा सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए उच्च जातियों के विकास के लिए आयोग का गठन किया है। इसका अध्यक्ष महाचंद्र प्रसाद सिंह को बनाया गया है। महाचंद्र प्रसाद सिंह मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं। उनकी नियुक्ति के संबंध में बिहार सरकार की ओर से अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।
जदयू के मुख्य प्रवक्ता राजीव रंजन को इस आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया है। दयानंद राय, जय कृष्ण झा और राजकुमार सिंह को आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया है। आयोग का कार्यकाल 3 साल का होगा।
बिहार में 6 महीने के भीतर विधानसभा के चुनाव होने हैं और इसे सामान्य जातियों को साधने के मकसद से उठाया गया कदम माना जा रहा है।
बिहार सरकार ने राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग में भी बड़े बदलाव किए गए हैं। शैलेंद्र कुमार को आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। उनके साथ सुरेंद्र उरांव को उपाध्यक्ष और प्रेमशिला गुप्ता, तल्लू बासकी तथा राजू कुमार को सदस्य नियुक्त किया गया है। इनका कार्यकाल भी तीन वर्षों का होगा।
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते दिन ही अल्पसंख्यक आयोग का पुनर्गठन किया था और गुलाम रसूल बलियावी को इसका अध्यक्ष बनाया था।
बिहार के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन और एनडीए के दलों में आमने-सामने का मुकाबला है। महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, भाकपा, माकपा और भाकपा (माले) शामिल हैं। जबकि एनडीए गठबंधन में बीजेपी, जेडीयू, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं।
बिहार में किस जाति की कितनी आबादी?
बिहार में जातीय जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में सबसे ज्यादा आबादी अति पिछड़े वर्ग की है। बिहार में अति पिछड़ा वर्ग 36.01%, पिछड़ा वर्ग 27.12%, अनुसूचित जाति 19.65% हैं, अनुसूचित जनजाति की आबादी 1.68% है। जनगणना के मुताबिक, सवर्णों की आबादी 15.52% है।
मुस्लिम वोटों को लेकर घमासान
बिहार में इन दिनों वक्फ कानून के विरोध में जोरदार अभियान चल रहा है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड वक्फ बचाओ अभियान के तहत कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। बोर्ड ने पटना, अररिया, किशनगंज, भागलपुर, बेगूसराय, सहरसा, मधुबनी, सिवान और दरभंगा जिलों में वक्फ कानून के विरोध में कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
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243 विधानसभा सीटों वाले बिहार में 9 जिलों पर AIMPLB ने फोकस किया है। इन नौ जिलों में 72 विधानसभा सीटें हैं और इनमें से 30 सीटों पर मुस्लिम समुदाय ताकतवर है। बिहार में मुस्लिम समुदाय की आबादी 17.7% है।
वक्फ बचाओ अभियान के दौरान AIMPLB और मुस्लिम समुदाय के अन्य संगठन बीजेपी और इसके सहयोगी दलों पर हमला बोल रहे हैं। ऐसे दलों में जेडीयू, लोजपा (रामविलास), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेकुलर) भी शामिल है। AIMPLB का कहना है कि इन दलों ने वक्फ कानून के मामले में मुस्लिम समुदाय के साथ धोखाधड़ी की है।
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