बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) ने राज्य में जहरीली शराब से हुई मौतों पर कहा कि मुआवजा नहीं देंगे। दरअसल सदन में बीजेपी (BJP) ने मांग की कि जहरीली शराब पीकर मरने वालों के परिजनों को सरकार मुआवजा दे, जिसपर नीतीश कुमार ने यह टिप्पणी की। बीजेपी समेत विपक्षी दलों ने सदन में जमकर हंगामा किया और सरकार से मुआवजे की मांग की। वहीं नीतीश कुमार ने एक बार फिर दोहराया कि जो पिएगा वो तो मरेगा।

परिजनों को मुआवजा नहीं देंगे- नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा कि हम मुआवजा नहीं देंगे। उन्होंने कहा, “जहां शराबबंदी नहीं है वहां भी मौतें हो रही हैं। बिहार में जहरीली शराब पीने से मरने वालों के परिजनों को मुआवजा नहीं देंगे। इसका तो प्रचार होना चाहिए ताकि लोग शराब न पिए। हम बापू (Mahatma Gandhi) के मार्ग पर चल रहे हैं। बीजेपी ने भी शराबबंदी का समर्थन किया था और पीएम (PM Narendra Modi) ने तारीफ की थी।”

जहरीली शराब से होने वाली मौतों पर कोई संवेदना नहीं

नीतीश कुमार ने एक बार फिर दोहराया कि जो पिएगा वो मरेगा। उन्होंने कहा, “जहरीली शराब से होने वाली मौतों पर कोई संवेदना नहीं है। जो गड़बड़ पिएगा, वो तो मरेगा ही। जहरीली शराब से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी मौतें होती हैं और वहां शराबबंदी नहीं है। बीजेपी ने शराबबंदी का समर्थन किया था। किसी भी धर्म में शराब पीना ठीक नहीं है।”

बिहार (Bihar) में जहरीली शराब पीने से होने वाली मौतों का आंकड़ा 65 पहुंच गया है। छपरा जिले में 65 लोगों की जहरीली शराब पीने से मृत्यु हुई है, बता दें कि बिहार में शराब पर पाबंदी है।

बता दें कि बीजेपी ने बिहार में जहरीली शराब पीने से होने वाली मौतों को लेकर विधानसभा से राजभवन तक मार्च किया। बीजेपी समेत विपक्षी दल नीतीश सरकार को इन मौतों के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। बता दें कि बिहार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने गुरुवार को दावा किया कि जहरीली शराब को सहन करने के लिए शरीर की इम्युनिटी बढ़ानी होगी। उन्होंने कहा कि बिहार में घटिया क्वालिटी की शराब आ रही है जो लोगों के लिए स्लो पॉइजनिंग का कारण बन रही है।