खाना टाइम पर नहीं मिला तो औरंगाबाद में बाल कैदियों ने जमकर बवाल काटा। बात यही पर नहीं थमी, मौका देख 33 बाल कैदी सुधार गृह से चंपत हो गए। बाल कैदियों ने ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी पर भी पथराव किया। इसमें पुलिस जवानों को चोटें आई हैं। मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बभंडी में स्थित बाल सुधार गृह का है। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन मौके पर पहुंच गया। फिलहाल फरार बाल कैदियों की धर पकड़ के लिए बिहार पुलिस यहां वहां हाथ पैर मार रही है।
बताया जाता है कि सुबह से परिसर का माहौल तनावपूर्ण था। बाल कैदियों ने जमकर तोड़फोड़ भी की। जेल अधीक्षक ने बताया कि बच्चे पिछले कुछ दिनों से बात-बात पर हंगामा कर रहे थे। सुबह खाना देने में थोड़ी देरी हो गई। इसके बाद कुछ सीनियर कैदियों ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्हें देखकर जूनियर कैदियों ने भी हंगामा शुरू कर दिया। बाल कैदियों ने सारी कुर्सियां तोड़ दीं। उन्होंने परिसर में रखे जनरेटर को भी पलट दिया। उसके बाद वो वहां से निकल भागे।
बाल कैदियों के फरार होने की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई। हालांकि खबरें ये भी हैं कि उनमें से कुछ को पकड़ भी लिया गया है, अलबत्ता पुलिस इसकी तसदीक नहीं कर रही है। पुलिस का कहना है कि फरार कैदियों की तलाश के लिए शहर से बाहर जाने वाले सभी रास्तों की नाकाबंदी की गई है।
बेगुसराय में पुलिस से भिड़े कैदी
उधर, बेगूसराय मंडलकारा में शनिवार को पुलिस और कैदियों में मारपीट हो गई। इसमें दो पुलिसकर्मी और एक कैदी गंभीर रूप से घायल हो गए। जेल अधीक्षक ने बताया कि कैदियों के दो गुटों में वर्चस्व को लेकर झड़प हो गई। उनको समझाने गए पुलिसकर्मियों पर कैदियों ने हमला कर दिया। इसमें दो पुलिस और एक कैदी गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस अधिकारियों ने तत्काल जेल परिसर में पहुंचकर मामले को शांत कराया। घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। घायल जवानों में सहरसा जिला के शिवपुरी ढाला निवासी ओम प्रकाश कुमार और मधुबनी जिला के फुलपरास निवासी कुंदन कुमार शामिल हैं। जबकि घायल कैदी की पहचान जनार्दन सिंह का पुत्र राम विक्रम सिंह के रूप में हुई है।