Bihar News: बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले राज्य का सियासी पारा बढ़ा हुआ है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उस समय भड़क गए जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कोई ऑफर दिया है। सवाल पूछने वाले पत्रकार को फटकार लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘कोई ऑफर नहीं दिया जा रहा है, बकवास मत करो।’
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने कहा, ‘आपको ये विचार कौन देता है? हम उनका स्वागत क्यों करेंगे? कोई प्रस्ताव नहीं है, बकवास मत कीजिए। लालू यादव और मेरे अलावा कोई भी प्रस्ताव देने के लिए अधिकृत नहीं है और कोई प्रस्ताव नहीं दिया जाएगा।’ उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए रिजर्वेशन चोर शब्द का भी इस्तेमाल किया।
इससे पहले आज पटना में तेजस्वी यादव ने दिव्यांग अधिकार सम्मेलन को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में आरजेडी नेता ने घोषणा की कि अगर बिहार में उनकी पार्टी की सरकार बनती है तो दिव्यांग लोगों के लिए मासिक पेंशन 400 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये कर दी जाएगी। वहीं आज तेजस्वी यादव अन्य आरजेडी नेताओं के साथ बिहार के बढ़े हुए आरक्षण कोटे को भारतीय संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर धरना दे रहे थे।
नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव से पहले बदला था पाला
कभी आरजेडी के मुखिया लालू यादव के कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रहे नीतीश कुमार ने 2015 के राज्य चुनावों में आरजेडी के साथ गठबंधन किया और गठबंधन ने शानदार जीत हासिल की। चुनाव के दो साल बाद वह गठबंधन से आउट हो गए और सीएम के रूप में वापस आने के लिए भारतीय जनता पार्टी के साथ चले गए। जेडीयू और बीजेपी ने गठबंधन में 2020 का चुनाव लड़ा, लेकिन नीतीश कुमार ने दो साल बाद फिर से पाला बदल लिया और विपक्षी खेमे में लौट आए। 2024 में लोकसभा चुनावों से महज कुछ वक्त पहले जेडीयू चीफ ने एनडीए से हाथ मिला लिया।
नीतीश कुमार और तेजस्वी के बीच देखी गई तीखी नोकझोंक
पिछले कुछ दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के बीच तीखी नोकझोंक देखी गई है। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के अभिभाषण पर बहस के दौरान, नीतीश कुमार ने आरजेडी नेता पर तीखा हमला किया और कहा कि उन्होंने लालू यादव को सीएम बनाया। नीतीश कुमार ने कहा, ‘यहां तक कि लालू यादव की जाति के लोगों ने भी उन्हें सीएम बनाने से इनकार कर दिया था, लेकिन मैंने उनका समर्थन किया। मैंने आपके पिता लालू यादव को सीएम बनाया।’ CM नीतीश कुमार के दावे में कितनी सच्चाई? समझिए क्या है 1990 की कहानी