Bihar Elections: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ के तहत 25 लाख लाभार्थी महिलाओं के खाते में 10-10 रुपये ट्रांसफर किए। पैसे ट्रांसफर करने के बाद सीएम नीतीश ने लाभार्थी महिलाओं से कहा कि चुनाव में ध्यान दीजिएगा।
‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार की एक पहल है। इस योजना की शुरूआत राज्य में चुनाव की घोषणा से पहले हुई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इलेक्शन कमीशन जल्द ही बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा।
26 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ की शुरुआत की थी। तब 75 लाख महिलाओं को राशि ट्रांसफर की गई थी। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री कुमार ने कहा कि उनकी सरकार महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान देते हुए बिहार के विकास के लिए काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 में जब भारतीय जनता पार्टी-जनता दल यूनाइटेड (भाजपा-जद-यू) सरकार बनी है। तब से हम महिला सशक्तीकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए बिहार के विकास के लिए काम कर रहे हैं। पिछली सरकार ने कुछ भी नहीं किया था। इस योजना से प्रत्येक परिवार की एक महिला को लाभ मिलेगा। तीसरे चरण की राशि का वितरण 6 अक्टूबर को होगा और उसके बाद हर हफ्ते शेष महिलाओं को उनकी प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
नीतीश कुमार ने कहा कि 11 लाख स्वयं सहायता समूहों और उनसे जुड़ी 1.40 करोड़ महिलाओं, पंचायती राज संस्थाओं और सरकारी नौकरियों में कार्यरत महिलाओं को लाभ मिलेगा।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पहले महिलाओं की चिंता किसी को नहीं थी। पार्टी के कुछ लोगों की वजह से मुझसे दो बार ग़लतियां हुईं, लेकिन अब ऐसा कभी नहीं होगा। हमें केंद्र से भी भरपूर समर्थन मिल रहा है और राज्य आगे बढ़ रहा है। राज्य में चुनाव होने वाले हैं और आप लोग चुनाव में ध्यान दीजिएगा। बिहार अब तेज़ी से विकास की ओर अग्रसर है।
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शुक्रवार को 2,500 करोड़ रुपये वितरित किए गए। जिसके बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार द्वारा एक बड़े कल्याणकारी अभियान के तहत एक करोड़ महिलाओं के लिए योजना का कुल व्यय बढ़कर 10,000 करोड़ रुपये हो गया है। इस योजना की लाभार्थी समस्तीपुर की जीविका दीदी अंजू देवी ने इस योजना पर अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यदि जीविका कार्यक्रम नहीं होता तो मेरा जीवनयापन मुश्किल हो जाता।
बिहार कैबिनेट ने 29 अगस्त को इस योजना को मंजूरी दी थी। इस योजना के तहत, प्रत्येक परिवार की एक महिला को अपनी पसंद का व्यवसाय शुरू करने के लिए 10,000 रुपये की पहली किस्त मिलेगी और बाद में व्यवसाय उद्यमों के मूल्यांकन के बाद सहायता 2 लाख रुपये तक हो सकती है। जीविका के सीईओ हिमांशु शर्मा ने कहा कि योजना के अंतर्गत अधिक पात्र महिलाओं को शामिल किए जाने के कारण व्यय में और वृद्धि होगी। उन्होंने आगे कहा कि यह योजना सभी पात्र महिलाओं के लिए है।
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