बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 6 नवंबर यानि गुरुवार को वोटिंग होगी। इस दौरान मोकामा विधानसभा सीट पर भी वोटिंग होगी, जो चर्चा में है। 30 अक्टूबर को मोकामा विधानसभा सीट पर एक हत्याकांड हुआ, जो सुर्खियों में है। मोकामा के टाल क्षेत्र में दुलारचंद यादव की हत्या हुई और आरोप जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह पर लगा है। इस मामले में अनंत सिंह की गिरफ्तारी भी हुई है। इस बीच अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पहला रिएक्शन आया है।

अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर बोले अमित शाह

एक टीवी चैनल के इंटरव्यू में अमित शाह से दुलार चंद यादव और अनंत सिंह की गिरफ्तारी को लेकर सवाल पूछा गया। अमित शाह ने कहा कि अनंत सिंह पर तो आरोप लगे हैं लेकिन लालू यादव को सजा हुई है, उसके बावजूद राहुल गांधी गांधी मैदान में लालू यादव के साथ हाथ में हाथ मिलाकर रैली कर रहे हैं।

अमित शाह ने कहा, “यही लालू यादव को मनमोहन सिंह जी बचाना चाहते थे और एक ऑर्डिनेंस लेकर आए थे कि सजा पाने वाले व्यक्ति को इस्तीफा न देना पड़े, तब राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सार्वजनिक रूप से मॉरल ग्राउंड पर ऑर्डिनेंस को फाड़ दिया था। लेकिन वही राहुल गांधी आज सत्ता पाने के लिए लालू यादव जी के साथ हाथ में हाथ मिलाकर खड़े हैं। हमने तो अनंत सिंह जी को जेल में डाल दिया, आरोप है तब भी जेल में डाल दिया।”

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क्या है मामला?

30 अक्टूबर को मोकामा के टाल इलाके में दो उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें दुलारचंद यादव की हत्या हो गई थी। प्रारंभिक जांच में पता चला कि घटना के समय अनंत सिंह मौके पर मौजूद थे और उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन किया था। दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि 30 अक्टूबर को घटना वाले दिन जेडीयू और जन सुराज पार्टी के समर्थकों के बीच तारतर गांव में झड़प हुई और इस दौरान अनंत सिंह ने दुलारचंद यादव पर गोली चला दी।

पटना के एसएसपी कार्तिकेय के. शर्मा का कहना है कि अनंत सिंह और उसके साथियों की गिरफ्तारी सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयानों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जांच के बाद की गई है। उन्होंने कहा कि अब तक इकट्ठा किए गए सबूतों के आधार पर यह पता चला है कि जब अनंत सिंह घटना स्थल पर मौजूद थे।