बिहार चुनाव के बीच मुंगेर में दुर्गा विसर्जन में हुई पुलिस कार्रवाई को लेकर सियासी बवाल थम नहीं रहा है। इस घटना को लेकर राज्य की नीतीश सरकार पर विपक्ष लगातार हमलावर बना हुआ है।

विपक्ष के नेता के साथ ही भाजपा नेता भी पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर सवाल उठा रहे है। इसी मुद्दे पर टीवी डिबेट में अमिष देवगन ने कांग्रेस प्रवक्ता पर जमकर निशाना साधा। अमिष ने कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे से कहा कि इतना गुस्से में मत आइए। उन्होंने कहा कि मेरा आपसे सवाल यह है कि अभी आपको मुंगेर की घटना पर बहुत गुस्सा आ रहा है। आपको आंसू भी आ गए लेकिन मैं आपसे यह जानना चाहता हूं कि ये आंसू फरीदाबाद में, बंगाल में, केरल में पालघर में क्यों नहीं निकल पाए।

उन्होंने कहा कि यह आंसू राजस्थान में जब पुजारी को जिंदा जलाया गया तब कहा थे। एंकर ने पूछा कि आंसू मुंगेर पर क्यों निकल रहे है। ये चुनावी आंसू क्यों? अमिष ने पूछा कि ये आंसू तब क्यों नहीं निकले थे जब हिंदू आतंकवाद कहा गया था। इन बातों के जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा कि मैंने तो ऐसा नहीं कहा जैसा कि आप कह रहे हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता ने भाजपा नेता की तरफ से मां सीता को लेकर कही गई बात बताने लगे। इस पर एंकर ने उन्हें बीच में टोकते हुए कहा कि आप भाजपा के प्रवक्ता हैं या कांग्रेस के। एंकर ने फिर वहीं सवाल दोहराया कि आपके आंसू इतने सेलेक्टिव क्यों हो जाते हैं। अमिष ने फरीदाबाद में कांग्रेस नेता के भतीजे द्वारा लड़की की दिन दहाड़े हत्या को लेकर सवाल पूछा।

साथ ही पालघर में साधुओं की हत्या के मामले पर भी कांग्रेस प्रवक्ता से सवाल पूछा। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पालघर मामले में आरोपी संख्या 61 भाजपा नेता है। इसके बाद जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि ये पता नहीं कहां-कहां से आंकड़े उठाकर लाए हैं। अजय आलोक ने कहा कि लगता है ये होनुलूलू से आंकड़े लेकर आए हैं।

उन्होंने कांग्रेस नेता से सवाल पूछा कि उन्होंने कैसे यह बात कही थी कि लालू यादव का शासन एनडीए के बिहार में शासन के 15 सालों से बेहतर था। जदयू प्रवक्ता ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। अजय आलोक ने राहुल गांधी के पीएम मोदी के जलने वाले बयान पर भी सवाल खड़ा किया।