भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के किसान मोर्चा ने बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को जीत दिलाने के लिए बड़ी रणनीति बनाई है। इसके तहत किसान सम्मान निधि प्राप्त करने वाले 74 लाख लाभार्थी तक पहुंचने की रणनीति तय की गई। मोर्चे के मुताबिक, 50 फीसद किसानों तक उनकी पहुंच हो भी गई है।
भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज यादव ने बताया कि बिहार में मोर्चे का हर कार्यकर्ता भाजपा और राजग के अन्य दलों के कार्यकर्ताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहा है। मोर्चे ने कुछ समय पहले ही ग्राम पंचायत स्तर पर ‘किसान चौपाल’ शुरू कर दी थीं। इन चौपालों में मोर्चा के कार्यकर्ता केंद्र और राज्य सरकार की ओर से किसानों के हित में लिए गए फैसलों के बारे में बताते हैं। इसके अलावा भाजपा किसान मोर्चे के कार्यकर्ता किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले किसानों से संपर्क कर रहा है।
84 में से 74 लाख किसान ले रहे लाभ
बिहार में कुल 84 लाख किसानों में से 74 लाख किसान इस योजना का लाभ ले रहे हैं। इसके लिए हमने हर किसान तक पहुंचने की रणनीति बनाई है। इसके तहत कुछ किसानों से मोर्चे की टोलियां मिल रही हैं जबकि कुछ किसानों से एक-एक करते कार्यकर्ता मिल रहे हैं। बिहार भाजपा के प्रवक्ता नीरज कुमार ने बताया कि पूरे बिहार में तीन स्तरों-प्रदेश, जिला व खंड-पर किसान मोर्चा के कार्यकर्ता काम कर रहे हैं जिनकी संख्या 35,000 से अधिक है।
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छठ के बाद मोर्चा विधानसभा स्तर पर कई बड़े किसान सम्मेलन भी करने जा रहा है। इसमें केंद्र और बिहार की राजग सरकारों की ओर के किसानों के लिए किए गए कार्यों का उल्लेख किया जाएगा। इस दौरान किसान सम्मान निधि के अलावा न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री धनधान्य योजना, कलस्टर में बागबानी योजना, राष्ट्रीय मिशन बांस योजना, फसल बीमा योजना आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
मनोज यादव ने बताया कि इसके अलावा मोर्चे ने बिहार में ड्रोन दीदियों की संगोष्ठियां भी आयोजित करना का फैसला किया है। ड्रोन दीदियां फसलों में कीटनाशक का छिड़काव आदि ड्रोन की मदद से करती हैं। इस योजना से न केवल इन महिलाओं को रोजगार मिला है बल्कि किसानों का काम भी बहुत जल्द हो जा रहा है। इन संगोष्ठियों के मध्यम से गांव में रहने वालीं अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी जाएगी।
