बिहार की 243 सीटों में से एक कुढ़नी विधानसभा मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट के तहत आती है। 1951 में कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र का गठन किया गया और 1952 के पहले चुनाव में कांग्रेस के कपिल देव नारायण सिंह के रूप में कुढ़नी विधानसभा को अपना पहला विधायक मिला। आजादी के बाद हुए तीन विधानसभा चुनावों में यहां से कांग्रेस ने जीत दर्ज की। हालांकि, 1985 को छोड़कर कांग्रेस फिर कभी यहां से नहीं जीती। फिलहाल कुढ़नी से बीजेपी का विधायक है। आइए जानते हैं कुढ़नी का राजनीतिक समीकरण।
भाजपा के केदार प्रसाद गुप्ता वर्तमान में कुढ़नी सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वह दिसंबर 2022 के उपचुनाव में कुढ़नी निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित हुए हैं। 2020 में, राष्ट्रीय जनता दल के अनिल कुमार साहनी ने भारतीय जनता पार्टी के केदार प्रसाद गुप्ता को 712 मतों के अंतर से हराकर यह सीट जीती थी। कुढ़नी विधानसभा सीट से इस बार जन सुराज पार्टी भी अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रही है।
कुढ़नी विधानसभा चुनाव 2020 परिणाम
2020 मे इस सीट पर आरजेडी के अनिल सहनी ने कब्जा जमा लिया था। 2020 के चुनाव में बीजेपी के केदार गुप्ता सिर्फ 712 मतों के मामूली अंतर से राजद के अनिल सहनी से हार गए। लेकिन, केदार गुप्ता की किस्मत फिर पलटी। राज्यसभा सांसद रहने के दौरान सहनी पर एलटीसी घोटाले के आरोप लगे थे और कोर्ट से दोषी करार दिए जाने पर उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द हो गई।
पार्टी | प्रत्याशी | वोट |
आरजेडी | अनिल सहनी | 78,549 |
बीजेपी | केदार गुप्ता | 77,837 |
आरएलएसपी | राम बाबू सिंह | 10,041 |
कुढ़नी उप-चुनाव 2022 परिणाम
2022 में उपचुनाव हुआ और केदार गुप्ता (भाजपा) ने अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी जेडीयू के मनोज कुशवाहा को हरा दिया। केदार गुप्ता ने मनोज कुशवाहा को 3645 वोटों से मात दी थी। वहीं वीआईपी उम्मीदवार 8849 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहा था। तब जेडीयू एनडीए से बाहर होकर महागठबंधन के साथ थी। अब जेडीयू और भाजपा साथ हैं और केदार गुप्ता राज्य के पंचायती राज मंत्री हैं।
पार्टी | प्रत्याशी | वोट |
बीजेपी | केदार गुप्ता | 76,722 |
जेडीयू | मनोज कुशवाहा | 73,073 |
वीआईपी | नीलाभ कुमार | 10,000 |
1952 के पहले चुनाव में कांग्रेस के कपिल देव नारायण सिंह के रूप में कुढ़नी विधानसभा को अपना पहला विधायक मिला, जो 1957 के चुनाव में दोबारा से विजेता हुए। 1962 के चुनाव में राम गुलाम चौधरी और 1967 के चुनाव में कृष्ण नंदन सहाय कांग्रेस से ही जीत कर कुढ़नी का प्रतिनिधित्व करते रहे, 1969 के उप चुनाव में साधु शरण शाही प्रज्ञा सोशलिस्ट पार्टी से जीते और उन्होंने 1980 तक कुढ़नी का प्रतिनिधित्व किया।
वहीं, 2015 के राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा के केदार प्रसाद गुप्ता ने जेडीयू के मनोज कुमार सिंह को हराया था। केदार प्रसाद गुप्ता को 73,2 27 वोट मिला था तो जेडीयू कैंडिडेट मनोज कुमार सिंह को 61,6 57 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से केदार प्रसाद गुप्ता ने मनोज कुमार सिंह को 11,5 70 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट मृत्युंजय कुमार, 4,705 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
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