Nitish Kumar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अध्यक्षता में 30 दिसंबर को राष्ट्रीय गंगा परिषद की एक बैठक होने जा रही है। बिहार के मुख्यमंत्री (Bihar CM) नीतीश कुमार (Nitish Kumar) इस मीटिंग में शामिल नहीं होंगे और वे उपमुख्यमंत्री (Bihar Deputy CM) तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को बिहार का प्रतिनिधित्व करने के लिए मीटिंग में भेजेंगे।
इससे पहले अमित शाह की मीटिंग में भी शामिल नहीं हुए थे नीतीश
यह एक महीने में दूसरी बार है जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र द्वारा बुलाई गई बैठक से दूरी बनाई है। इससे पहले 17 दिसंबर को कोलकाता में केंद्रीय मंत्री अमित शाह (Amit Shah) की अध्यक्षता में ईस्टर्न जोनल काउंसिल की बैठक हुई थी। नीतीश कुमार इस बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे और तब भी तेजस्वी यादव मीटिंग में शामिल हुए थे।
राजद के प्रवक्ता बोले- सीएम को तेजस्वी पर भरोसा, वे राज्य का नेतृत्व करने में सक्षम
केंद्र द्वारा बुलाई गई बैठकों से नीतीश कुमार ने दूरी बनाई है, इस पर राजद के राज्य प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा, “पीएम मोदी द्वारा बुलाई गई बैठक गंगा पर है और तेजस्वी जी शहरी विकास विभाग का नेतृत्व कर रहे हैं। नमामि गंगे परियोजना इसके तहत आती है। इस दृष्टि से उनकी उपस्थिति महत्वपूर्ण है। साथ ही, सीएम नीतीश को तेजस्वी जी पर भरोसा है और जानते हैं कि तेजस्वी जी बिहार का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम हैं।”
नीतीश ने इस महीने की शुरुआत में तेजस्वी को कमान सौंपने का संकेत दिया था। उन्होंने कहा था कि राजद नेता अगले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का नेतृत्व करेंगे। एक राजद नेता ने कहा, “नीतीश जी ही हैं जो सभी विपक्षी नेताओं को पीएम मोदी के खिलाफ एक मंच पर ला रहे हैं। ऐसे में स्वाभाविक है कि वह पीएम से दूरी बनाए रखेंगे।”
केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों के बैठक में शामिल होने के संकेत
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री (West Bengal CM) ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सहित कई केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों के गंगा परिषद की बैठक में भाग लेने की संभावना है, जिन्होंने पहले ही अपनी भागीदारी की पुष्टि कर दी है।