बिहार के विधानसभा चुनाव में परबत्ता विधानसभा सीट पर इस बार भी रोमांचक लड़ाई देखने को मिलेगी। इस सीट पर पिछले दो दशक में जेडीयू और राजद के बीच लगातार जोरदार टक्कर देखने को मिली है। इस बार भी इस सीट पर ऐसा ही रोचक चुनावी मुकाबला देखने को मिल सकता है।
परबत्ता विधानसभा क्षेत्र खगड़िया जिले में आता है और खगड़िया लोकसभा सीट का हिस्सा है।
विधानसभा चुनाव 2020 में आरजेडी और जेडीयू उम्मीदवार के बीच इस सीट पर कांटे की टक्कर रही थी। अंत में जेडीयू के प्रत्याशी को एक हजार से भी कम वोटों के अंतर से जीत मिली थी।
बीजेपी की एक ‘गलती’ और गढ़ में लग गई थी सेंध
2015 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जेडीयू के उम्मीदवार रामानंद प्रसाद सिंह ने बीजेपी के उम्मीदवार रामानुज चौधरी को शिकस्त दी थी। उस चुनाव में बीजेपी और जेडीयू अलग-अलग चुनाव लड़े थे। जेडीयू के उम्मीदवार को 76,248 जबकि भाजपा के उम्मीदवार को 47,324 वोट मिले थे। इस तरह जेडीयू के उम्मीदवार रामानंद प्रसाद सिंह 28,924 वोटों से चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे।
साल | कौन जीता | किस दल को मिली जीत |
2010 | सम्राट चौधरी | आरजेडी |
2015 | रामानंद प्रसाद सिंह | जेडीयू |
2020 | संजीव कुमार | जेडीयू |
2020 के चुनाव नतीजों की बात करें तो तब जेडीयू के उम्मीदवार संजीव कुमार को 77,226 वोट मिले थे जबकि राजद के उम्मीदवार दिगंबर प्रसाद तिवारी को 76,275। इस तरह हार और जीत का अंतर सिर्फ 951 वोटों का रहा था।
2010 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से सम्राट चौधरी ने आरजेडी के टिकट पर जीत हासिल की थी। बाद में सम्राट चौधरी बीजेपी में शामिल हो गए और नीतीश सरकार में उपमुख्यमंत्री के पद पर हैं।
देखना होगा कि इस बार परबत्ता विधानसभा सीट से एनडीए और महागठबंधन किस उम्मीदवार को टिकट देते हैं। इस तरह की चर्चा है कि उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी इस सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।