चकाई सामान्य विधानसभा सीट है और यह जमुई लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। इस सीट से एक ही परिवार के तीन लोग चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंच चुके हैं। श्रीकृष्ण सिंह के बाद उनके बेटे नरेंद्र सिंह और पोते सुमित कुमार सिंह भी इस सीट से विधायक बन चुके हैं।
चकाई विधानसभा सीट झारखंड की सीमा से सटी हुई है। यह इलाका नक्सल प्रभावित भी रहा है।
2010 के विधानसभा चुनाव में यहां से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के टिकट पर सुमित कुमार सिंह चुनाव जीते थे। 2015 में आरजेडी की उम्मीदवार सावित्री देवी ने चुनाव जीता।
परबत्ता में कौन मारेगा बाजी? क्या कहते हैं पिछले चुनाव नतीजे?
2020 में निर्दलीय उम्मीदवार सुमित कुमार सिंह ने आरजेडी की उम्मीदवार सावित्री देवी को 581 मतों के अंतर से हराकर चुनाव जीता था। सुमित कुमार सिंह नीतीश सरकार में कैबिनेट मंत्री भी हैं।
श्रीकृष्ण सिंह भी जीते चुनाव
1967 और 1969 में इस सीट से श्रीकृष्ण सिंह चुनाव जीते थे। श्री कृष्ण सिंह के बेटे नरेंद्र सिंह 1985, 1990 और साल 2000 में चकाई से चुनाव जीत चुके हैं। मौजूदा विधायक सुमित कुमार सिंह श्री कृष्ण सिंह के पोते हैं।
चकाई में पिछली बार बेहद नजदीकी मुकाबला रहा था। माना जा रहा है कि इस बार भी चकाई में विधानसभा चुनाव में काफी करीबी मुकाबला हो सकता है।