Bihar Politics: बिहार में जेडीयू की एक विधायक और खाद्य एंव उपभोक्ता संरक्षण मंत्री के बीच चल रही तीखी नोक-झोंक अब शांत होती नजर आ रही है। पार्टी विधायक बीमा भारती के खिलाफ मानहानि का नोटिस भेजने वाली नीतीश कुमार की मंत्री लेसी सिंह के सुर अब बदले हुए नजर आ रहे हैं। सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनके मन में बीमा भारती के लिए कोई बैर नहीं है।
उन्होंने कहा कि मेरा उनसे कोई व्यक्तिगत बैर नहीं है और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी बात हो गई है। हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि तो क्या अब वह मानहानि का मुकदमा वापस लेंगी, तो वह घूमा फिरा कर जवाब देने लगीं और बोलीं कि वह मामला ही अब खत्म हो गया है। अब बीमा भारती क्या सोचती हैं, वही जानें।
बता दें कि लेसी सिंह ने बीमा भारती के खिलाफ 5 करोड़ रुपए का मानहानि को नोटिस भेजा था। बीमा भारती ने उन पर आरोप लगाया था कि लेसी सिंह हत्याओं और जबरन वसूली में शामिल थीं।
नोटिस मिलने के बाद बीमा भारती ने लेसी सिंह के खिलाफ हमला बोलते हुए पूर्णिया के सरसी पुलिस स्टेशन में दर्ज एक एफआईआर की कॉपी मीडिया के सामने पेश की थी। यह कॉपी 2020 की थी, इस केस में लेसी सिंह कथित तौर पर हत्या के एक मामले में मुख्य आरोपी के रूप में नामित थीं। इसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने जो भी आरोप लगाए हैं वह एकदम सही हैं और उनके पास इनका सुबूत भी है। बीमा भारती ने कहा कि मुझे मानहानि का नोटिस भेजा गया क्योंकि मैं अति पिछड़ी जाति से आती हूं। उन्होंने लेसी सिंह पर आरोप लगाया कि वह 5 करोड़ के नोटिस के साथ बीमा भारती पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही हैं।
वहीं, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस मामले में सवाल किया गया, तो उन्होंने टिप्पणी से इन्कार कर दिया। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस मुद्दे के बारे में पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह को बता दिया गया है। बता दें कि बीमा भारती और लेसी सिंह पूर्णिया जिले में पड़ने वाले विधानसभा क्षेत्रों से विधायक हैं। दोनों की शादी स्थानीय बाहुबलियों से हुई है और लेसी के पति का निधन हो चुका है। लेसी सिंह पर हाल ही में एक पत्रकार की हत्या के मामले में आरोप लगे थे।