बिहार में चुनाव नतीजे आने के बाद से ही भाजपा और जदयू लगातार साथी होने की बात करती रही हैं, पर दोनों ही पार्टियों के नेताओं के बीच तनाव की बातें सामने आती रही हैं। ताजा मामला जदयू के अकसर विवादों में रहने वाले विधायक गोपाल मंडल से जुड़ा है। दरअसल, भाजपा विधायक कुमार शैलेंद्र ने आरोप लगाया है कि भागलपुर के गोपालपुर से विधायक गोपाल मंडल से उन्हें जान का खतरा है। इसे लेकर भाजपा विधायक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही खुद के लिए सुरक्षा मुहैया कराने की भी मांग उठाई है।
बिहपुर विधानसभा के विधायक शैलेंद्र ने सुरक्षा की मांग के साथ पुलिस मुख्यालय के आईजी को चिट्ठी भी लिखी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शैलेंद्र ने जो चिट्ठी लिखी है, उसमें उन्होंने जदयू विधायक की धमकी भरी कॉल का भी जिक्र किया है। शैलेंद्र ने पिछले महीने ही वायरल हुई ऑडियो क्लिप का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि गोपाल ने उन्हें धमकी दी थी कि वे बिहपुर विधानसभा क्षेत्र तक ही सीमित रहें और गोपालपुर क्षेत्र के भाजपा कार्यालय में न आएं।
शैलेंद्र ने शिकायत में कहा कि वे कहीं भी जा सकते हैं, पर जदयू विधायक ने उन्हें अपने इलाके में नहीं आने की चेतावनी दे दी, जो कि उनकी दादागिरी को दिखाता है। भाजपा विधायक ने चिट्ठी में कहा है कि गोपाल मंडल कई आपराधिक घटनाओं में शामिल रहे हैं। उन पर गोपालपुर और बरारी थाने में घर में घुसकर गाली-गलौज करने और सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने से जुड़े मामले दर्ज हैं।
भागलपुर से भाजपा उम्मीदवार को बोले थे अभद्र शब्द: बता दें कि गोपाल मंडल का इससे पहले भी भागलपुर विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रहे रोहित पांडेय को चुनाव में हार के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कथित तौर पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर चुके हैं। मंडल ने कहा था- “प्रधानमंत्री ने कह दिया तो पांडे को लगा कि वह जीत गए। एमएलए-एमपी बनने के लिए मसल्स होना चाहिए। कुछ नहीं था, मुंह में बोली नहीं थी। हमको टोका तक नहीं। इसलिए उनका प्रचार नहीं किया। जिसका प्रचार किया, वे सब जीते।”
इसके अलावा एक मौके पर तो मंडल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही आड़े हाथों ले लिया था। उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार छह महीनों में बिहार सीएम पद से हट जाएंगे और उनकी जगह तेजस्वी यादव आ जाएंगे। हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी बात संभालते हुए नीतीश को दबंग सीएम करार दिया था।