केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने एनडीए की मुश्किलें बढ़ा दी है। चिराग पासवान ने सारण में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दावा कर दिया कि वह बिहार विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। हालांकि चिराग पासवान ने कहा कि उनके विरोधी उनके रास्ते में रोड़ा अटकाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि चिराग पासवान ने स्पष्ट नहीं किया कि उनके विरोधी कौन हैं?
मैं चुनाव लड़ूंगा- चिराग
चिराग पासवान ने कहा, “लोग सवाल पूछते हैं कि क्या मैं विधानसभा का चुनाव लड़ूंगा? आज सारण की पावन धरती से ऐलान करता हूं कि मैं चुनाव लड़ूंगा। यह चुनाव हम सब के लिए, एक-एक बिहारी के लिए और एक-एक बिहारी परिवार के लिए महत्वपूर्ण है। जब मैं कहता हूं चिराग पासवान चुनाव लड़ेगा तो आप लोग को बताऊं कि चिराग पासवान सभी 243 सीटों पर लड़ेगा। हर सीट पर चिराग बनकर चुनाव लड़ूंगा।”
क्या जेडीयू को घेर रहे चिराग?
चिराग पासवान का यह बयान विपक्षी दलों के लिए कम बल्कि एनडीए के लिए मुश्किल बढ़ा रहे हैं। दरअसल जब पिछली बार जेडीयू, बीजेपी से अलग हुई थी तब उसने आरोप लगाया था कि चिराग पासवान के जरिए नीतीश कुमार की पार्टी को नुकसान पहुंचाया गया। दरअसल 2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान ने अकेले चुनाव लड़ा था। हालांकि वह केंद्र में एनडीए का हिस्सा थे। चिराग पासवान की पार्टी 135 सीटों पर चुनाव लड़ी थी जिसमें से केवल एक सीट पर उसे जीत मिली थी।
हालांकि चिराग पासवान की पार्टी को बिहार में 5.66 फीसदी वोट मिले थे। चिराग पासवान ने बीजेपी के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारे थे लेकिन जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे। इससे जेडीयू को काफी नुकसान हुआ था और उसे महज 43 सीटें ही मिली। इस बार भी चिराग भले ही जेडीयू और बीजेपी के साथ गठबंधन में हैं लेकिन उनके निशाने पर बिहार सरकार हमेशा रहती है। वह नीतीश कुमार को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं।
गोपाल खेमका की हत्या को लेकर नीतीश सरकार को घेरा
हाल ही में जब बिहार में व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या हुई, तब भी चिराग ने नीतीश सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि यह घटनाएं उस सरकार में हो रही हैं, जिसकी पहचान सुशासन की है और मैं भी उस सरकार का समर्थन कर रहा हूं। चिराग पासवान ने साफ कहा कि अगर इतने पॉश इलाके में ऐसी घटना होती है, तो यह बेहद गंभीर मामला है और ऐसी घटनाएं हमारी चिंता बढ़ाती हैं।
चिराग ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि गोपाल खेमका के परिवार ने पहले भी इस तरह की घटना का सामना किया लेकिन क्या उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई गई? बता दें कि पुलिस गृह मंत्रालय के अंदर आती है और इसका जिम्मा भी नीतीश कुमार के पास ही है।
बीजेपी-जेडीयू पर दबाव बना रहे चिराग?
सूत्र बताते हैं कि चिराग पासवान गठबंधन में अधिक सीटें पाने के लिए दबाव बना रहे हैं। दरअसल एनडीए में बीजेपी, जेडीयू, LJP (रामविलास) के अलावा जीतनराम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी भी शामिल है। चिराग पासवान की कोशिश है कि वह गठबंधन में रहकर अधिक से अधिक सीटों पर अपना दावा कर सकें। चिराग पासवान लगातार बिहार में रैली कर रहे हैं और उनका नारा बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट है।