बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए अपने क्षेत्र के दौरे पर निकले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रियों को जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। ताजा मामला मधुबनी के लौकहा विधानसभा में सिसवार गांव का है। रविवार (25 अक्टूबर, 2020) को आपदा प्रबंधन मंत्री और विधायक लक्ष्मेश्वर राय चुनाव प्रचार के लिए यहां पहुंचे। पार्टी के पक्ष में प्रचार के दौरान गांव में कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया। उनसे पिछले पांच साल में किए गए उनके वादों और काम को लेकर सवाल पूछे गए।

लोगों ने पूछा कि मंत्री ने पिछले पांच साल में कौन से पांच काम किए, वो एक बार जनता को बता दें। हालांकि मंत्री ने ये कहकर बचने की कोशिश की कि ‘आप अपना काम करिए, हम अपना काम करेंगे।’ दरअसल पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ‘युवा शक्ति’ नाम के संगठन से जुड़े कुछ लोग लक्ष्मेश्वर से सवाल पूछ रहे हैं। उनसे बंद हॉस्पिटल पर भी सवाल पूछे गए।

मामले में ग्रामीणों ने बताया कि सालों से हॉस्पिटल बंद पड़ा है। लोगों ने कई बार ये इसका मुद्दा उठाया मगर कोई ध्यान नहीं दिया गया। गांव में मौजूद एक शख्स ने बताया, ‘हॉस्पिटल पर सालों से किसी ने ध्यान नहीं दिया। आज चुनाव के समय मंत्री और जेडीयू विधायक कार्यकर्ताओं संग प्रचार कर रहे थे तब लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। गांव के कुछ युवा उनके पास पहुंचे और बीते पांच सालों का हिसाब मांगा, मगर मंत्री जी भाग खड़े हुए।’

इधर ग्रामीणों के निशाने आए विधायक का कहना है कि उनके क्षेत्र में विकास कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि गांव में कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा राजनीतिक साजिश के तहत इस काम को अंजाम दिया गया। उन्होंने कई युवाओं पर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल का आरोप भी लगाया।

बता दें कि बिहार चुनाव प्रचार के दौरान अब तक नीतीश सरकार के चार मंत्रियों को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा है। इससे पहले 21 अक्टूबर को दरभंगा के बहादुरपुर में खाद्य आपूर्ति मंत्री मदन सहनी, भाजपा कोटे से मंत्री विजय सिन्हा और माहेश्वर हजारी को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा है। उल्लेखनीय है कि बिहार में तीन चरणों में 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को मतदान होगा। 10 नवंबर को वोटों की गिनती होगी।