Bihar Anand Mohan Singh on Mayawati: बिहार के पूर्व सांसद और गोपालगंज जिलाधिकारी के हत्या के दोषी आनंद मोहन ने रिहाई के बाद मंगलवार (25 अप्रैल, 2023) को बसपा और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कौन मायावती? हम नहीं जानते, सत्य नारायण भगवान की कथा में कलावती का जरूर नाम सुना।
आनंद मोहन से जब पूछा गया कि आपकी रिहाई को लेकर बसपा चीफ मायावती ने सवाल खड़े किए हैं। इस सवाल के जवाब में मोहन ने कहा, ‘कौन मायावती? हम मायावती को नहीं जानते। सत्यानारायण भगवान की पूजा में कलावती का नाम जरूर सुना, उस कथा में और भी नाम आते हैं, लेकिन हम मायावती को नहीं जानते वो क्या बोलीं उसका भी मुझे पता नहीं। उन पर ध्यान देने का मेरे पास वक्त भी नहीं है।
आनंद मोहन ने बिलकिस बानो केस के आरोपियों का किया जिक्र
नीतीश कुमार ने आपकी रिहाई को लेकर फैसला किया है? इसके जवाब में पूर्व सांसद ने कहा कि यह सब कहने के लिए है। उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि गुजरात में नीतीश कुमार और आरजेडी के दबाव में कुछ फैसला हुआ है। उसको भी जाकर देख लीजिए। वहां माला पहनाकर (बिलकिस बानो केस के आरोपी) कुछ लोग नीतीश कुमार और आरजेडी के दबाव में छोड़ गए हैं।
पूर्व सांसद ने कहा कि देश में एक सशक्त विपक्ष जरूरी है। अगर ऐसा नहीं होगा को देश में तानाशाही पैदा होगी। उन्होंने कहा कि व्यक्ति नहीं, विचारधारा की पूजा हो। लोकतंत्र में एक मजबूत केंद्र सत्ता के खिलाफ एक सशक्त प्रतिपक्ष को होना बहुत जरूरी है।
‘प्रमोशन मिलेगा तो दूसरे चैनल में नहीं जाओगे क्या?’
बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन से जब पूछा गया कि एक वक्त था, जब आप लालू यादव के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे, आज आप एक हो? इस सवाल के जवबा में आनंद मोहन ने मीडिया कर्मी को लेकर ही सवाल दाग दिया। पूर्व सांसद ने कहा कि आप लोग इतने चैनल वाले हैं, आप लोगों को थोड़ा सा प्रमोशन मिल जाए तो दूसरे चैनल पर जाओगे की नहीं। आप लोग चैनल चेंज कर सकते हो, हम लोग पार्टी नहीं बदल सकते क्या?
गोपालगंज डीएम की हत्या में दोषी हैं आनंद मोहन
पूर्व सांसद और हत्या के दोषी आनंद मोहन सिंह 1994 में गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी कृष्णैया की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। फिलहाल आनंद मोहन सिंह बेटे की शादी के लिए 15 दिन की पैरोल पर बाहर हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होने कहा “मैं यहां समारोह के बाद जेल लौटूंगा और जब रिहाई के आदेश आएंगे, तब मैं आप सभी को बुलाऊंगा।”
वहीं आनंद मोहन की रिहाई को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने नीतीश कुमार पर सवाल उठाए थे। बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा ‘आनंद मोहन बिहार में कई सरकारों की मजबूरी रहे हैं, लेकिन गोपालगंज के तत्कालीन डीएम श्री कृष्णैया की हत्या मामले को लेकर नीतीश सरकार का यह दलित विरोधी व अपराध समर्थक कार्य से देश भर के दलित समाज में काफी रोष है।’
मायावती ने रिहाई को लेकर उठाए सवाल
मायावती ने आगे कहा था कि बिहार की नीतीश सरकार द्वारा, आन्ध्र प्रदेश (अब तेलंगाना) महबूबनगर के रहने वाले गरीब दलित समाज से आईएएस बने बेहद ईमानदार जी. कृष्णैया की निर्दयता से की गई हत्या मामले में आनन्द मोहन को नियम बदल कर रिहा करने की तैयारी देश भर में दलित विरोधी निगेटिव कारणों से काफी चर्चाओं में है।