Bharat Jodo Yatra in Punjab: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में जारी है। पंजाब की सरजमीं पर यात्रा शुरू करने से पहले राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब (Fatehgarh Sahib) में मत्था टेका। इससे पहले मंगलवार को वह अमृतसर के स्वर्ण मंदिर गए थे। गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब सिख इतिहास में काफी महत्व रखता है। यह दसवें सिख गुरु गोबिंद सिंह के दो सबसे छोटे बेटों छोटे साहिबजादों की वीरता की याद दिलाता है।
गुरु गोबिंद सिंह के बेटों के बलिदान की निशानी है गुरुद्वारा Fatehgarh Sahib
गुरु गोबिंद सिंह के दो सबसे छोटे पुत्रों जोरावर सिंह और फतेह सिंह को सरहिंद के मुगल फौजदार वजीर खान के आदेश पर जिंदा दीवार में चुनवा दिया गया था, क्योंकि उन्होंने अपने विश्वास को त्यागने और मुसलमान बनने से इनकार कर दिया था। उस जोरावर सिंह की उम्र नौ वर्ष और फतेह सिंह की केवल सात वर्ष थी। जैसे ही उन्हें चारदीवारी में जिंदा चुनवा दिया गया था, उनकी दादी माता गुजरी सदमे से मर गईं थीं।
दोनों को मारने से पहले, उनके भाइयों और उनकी दादी को दिसंबर के ठंडे महीने में फौजदार के किले में ठंडा बुर्ज में बंदी बनाकर रखा गया था। कई दिनों तक उन्हें जान से मारने की धमकियां दी गईं कि अगर उन्होंने इस्लाम कबूल नहीं किया तो उन्हें मार दिया जाएगा, लेकिन उन्होंने अपना धर्म नहीं छोड़ा।
हर साल Fatehgarh Sahib में लगता है मेला
आज उस स्थान पर गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब खड़ा है जहां 12 दिसंबर, 1705 को दोनों साहिबजादों को फांसी दी गई थी, जो वर्तमान कैलेंडर के अनुसार 26 दिसंबर की तारीख है। हर साल श्री फतेहगढ़ साहिब में बच्चों और उनकी दादी की याद में 25-28 दिसंबर तक एक धार्मिक मेला जोर मेला आयोजित किया जाता है, जिसमें लाखों भक्त शामिल होते हैं।
BJP ने देश का माहौल बिगाड़ दिया है- Rahul Gandhi
पंजाब में राहुल गांधी ने कहा, BJP एक जात को दूसरी जात से, एक भाषा को दूसरी भाषा से लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं और देश का माहौल बिगाड़ दिया है। हमने सोचा देश को मोहब्बत, एकता, भाईचारे का रास्ता दिखाना चाहिए। इसलिए हमने यह यात्रा (Bharat Jodo Yatra) शुरू की।”
कांग्रेस सांसद ने फतेहगढ़ साहिब में कहा, “पंजाब गुरुओं की भूमि है और इस भूमि से निकले हमारे गुरुओं ने सत्य, अहिंसा, भाईचारे और प्रेम का प्रकाश पूरी दुनिया में फैलाया है। लोगों ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता हजारों किलोमीटर पैदल चल रहे हैं। लेकिन मैं तो कहता हूं कि देश का हर किसान रोज पैदल चलता है, किसान हमसे ज्यादा पैदल चलता है।”