जेएनयू विवाद को लेकर भाजपा ने रविवार को विपक्षी दलों पर धर्म और क्षेत्र के नाम पर आरोपियों को बचाने की कोशिश का आरोप लगाया है। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने आरोप लगाया कि इस तरह के संवेदनशील मुद्दे को धर्म और क्षेत्र से जोड़कर वह केवल आरोपी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
कई परिसरों में लंबे समय से भारत-विरोधी गतिविधियां चलती रही हैं। भाजपा सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। इसमें शामिल होने वाले सलाखों के पीछे होंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देशद्रोह के कानून के गलत इस्तेमाल के विपक्ष के आरोपों पर हमला किया। उन्होंने सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि इस कानून के तहत सबसे अधिक गिरफ्तारियां बिहार में हुई हैं।
जहां जद(एकी)-राजद और कांग्रेस गठबंधन की सरकार है और पिछले दस सालों से नीतीश कुमार वहां के मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने दावा किया कि देशद्रोह के आरोप में 55 में से 28 गिरफ्तारियां बिहार में हुई हैं। यह मामला राष्ट्रीय एकता और अखंडता से जुड़ा है।
पार्टी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, उनके मित्र उमर अब्दुल्ला और अरविंद केजरीवाल से इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने के लिए कहेगी। वे सिर्फ वोट बैंक राजनीति के लिए ऐसा कर रहे हैं। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने ट्वीट किया- मैं एक कश्मीरी मुसलिम हूं और मैं रामदेव का समर्थक या अनुयायी नहीं हूं।