गुजरात में राज्यसभा की दो सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने विधायकों को किसी ‘सुरक्षित स्थान’ पर पहुंचा दिया है। पार्टी की तरफ से यह ऐहतियात के रूप में यह कदम उठाया गया है। पार्टी को डर है कि राज्यसभा चुनाव से पहले उसके विधायक पाला बदल सकते हैं।
पार्टी ने इससे पहले भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का भी आरोप लगाया था। राज्यसभा की यह दोनों सीट भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई हैं। राज्यसभा की 2 सीटों के लिए शुक्रवार को गांधीनगर स्थित गुजरात विधानसबा में वोटिंग होगी।
इससे पहले खबर है कि कांग्रेस ने अपने 65 विधायकों को बनासकांठा के निकट पालनपुर लेकर गई है। बताया जा रहा है कि यहां विधायक पार्टी के ‘शिविर’ में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। अनुमान है कि क्रॉस वोटिंग से बचने के लिए विधायक 24 घंटे तक ‘बलराम पैलेस’ रिसोर्ट में रहेंगे। गुजरात में अभी बजट सत्र भी चल रहा है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस की उस याचिका की सुनवाई से इनकार कर दिया था जिसमें दोनों सीटों का चुनाव एक साथ कराने की बात कही गई थी।
भाजपा ने यहां से विदेश मंत्री एस. जयशंकर और ओबीसी नेता जुगलजी ठाकोर को अपना उम्मीदवार बनाया है। यहां कांग्रेस खेमें के कुछ विधायकों में असंतोष देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि कुछ विधायक भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में क्रॉस वोट कर सकते हैं। कांग्रेस ने यहां से पूर्व मंत्री चंद्रिका चुड़ासामा और वलसाड से नेता गौरव पांड्या को उम्मीदवार बनाया है। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मनीष दोषी ने कहा, ‘हमने एक शिविर का आयोजन किया है जहां पार्टी के वरिष्ठ नेता नए विधायकों को ‘गाइड’ करेंगे।
विधायक पहले अंबाजी मंदिर में दर्शन कर आशीर्वाद लेंगे इसके बाद बलराम रिसोर्ट में बृहस्पतिवार तक रहेंगे।’ इससे पहले पार्टी के पांच विधायकों ने रिसोर्ट जाने से इनकार कर दिया था।इनमें से दो विधायक अल्पेश ठाकोर और धवलसिंह जाला पार्टी के उम्मीदवार के समर्थन में वोट नहीं करेंगे।