आदमपुर उपचुनाव और आने वाले पंचायत चुनावों से पहले बीजेपी हरियाणा में गैर-जाट वोटों को और मजबूत करने की कोशिश कर रही है। लेकिन सफाई कर्मचारियों (स्वच्छता कार्यकर्ताओं) की हड़ताल ने सत्तारूढ़ पार्टी की परेशानियां बढ़ा दी है। अधिकांश सफाईकर्मी दलित हैं।

सत्ताधारी पार्टी के कई नेताओं का मानना है कि सफाई कर्मचारियों और अन्य सरकारी कर्मचारियों की मांगें हमेशा बनी रहेंगी, चाहे कितनी भी मांगें पूरी हों। हालांकि बीजेपी ने कहा कि सरकार प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करने को तैयार है।

पिछले कई सालों से नगर निकायों के लिए काम कर रहे लगभग 15,000 लोगों की सेवाओं को नियमित करने की मांग को लेकर पिछले एक हफ्ते से सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं। दीवाली के मौके पर हड़ताल की वजह से राज्य के कई कस्बों और शहरों में कूड़े के ढेर लग गए हैं।

हरियाणा नगरपालिका कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री के अनुसार राज्य में लगभग 25,000 सफाई कर्मचारी हैं, लेकिन उनमें से केवल 10,000 शहरी स्थानीय निकाय विभाग के नियमित कर्मचारी हैं। प्रदर्शनकारियों को नगर निकायों के अन्य कर्मचारियों का समर्थन मिला है, जिनकी अलग से मांगें हैं।

शास्त्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 11,000 सफाई कर्मचारी हैं जो वर्तमान में हड़ताल पर नहीं हैं। लेकिन उनकी सेवाओं को नियमित करने की समान मांग है। उन्होंने कहा कि हमें उनका नैतिक समर्थन है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेता दलितों के उत्थान के लिए काम करने का दावा करते हैं लेकिन उनके साथ गुलामों जैसा व्यवहार करते हैं। शास्त्री ने कहा कि हमारी सेवाओं को नियमित नहीं किया जा रहा है और सभी लाभ हमें नहीं दिए जा रहे हैं।

सरकार की बात को सामने रखते हुए हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने हाल ही में कहा, ”समय-समय पर सरकार ने कर्मचारियों की जायज मांगों को मान लिया है। अतः नगर निकायों में कार्यरत सफाई कर्मचारियों एवं दमकल कर्मियों को अपनी हड़ताल समाप्त कर पूरी निष्ठा से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए। चूंकि प्रत्येक कर्मचारी का कल्याण सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए आवश्यक सेवा प्रबंधन अधिनियम को अभी लागू नहीं किया जाएगा।”

मुख्य सचिव ने दावा किया कि कुछ कर्मचारी काम पर लौट आए हैं और कुछ जिलों में हड़ताल पूरी तरह से समाप्त कर दी गई है। मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली सरकार दलितों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है और 7 अक्टूबर को गोहाना (सोनीपत) में एक दलित आइकन महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाने के लिए एक राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी हिस्सा लिया। हरियाणा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के भव्य बिश्नोई के सामने अपने पांच दशक पुराने पारिवारिक गढ़ को बचाने की चुनौती है।

हड़ताल के बारे में प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता संजय शर्मा ने कहा, “इस सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए पिछली सरकारों की तुलना में बहुत कुछ किया है। सफाई कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि की गई है। उनकी मांग के अनुरूप उनकी सेवाओं को ठेकेदार प्रणाली के दायरे से बाहर कर दिया गया है। सरकार उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने के लिए तैयार है।”