BBC Modi documentary: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर आधारित BBC की डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया- द मोदी क्वेश्चन (India- The Modi Question)’ को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक हैदराबाद विश्वविद्यालय में शनिवार को यह डॉक्यूमेंट्री दिखाई गयी है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन से शिकायत की है। एबीवीपी के मुताबिक स्क्रीनिंग से पहले प्रशासन से इजाजत नहीं ली गयी थी। हैदराबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने कैम्पस सुरक्षा विभाग से इस मामले पर रिपोर्ट मांगी है।
ABVP ने जताई आपत्ति
अखिल भारतीय परिषद ने डॉक्यूमेंट्री को ब्लॉक करने के केंद्र के फैसले का हवाला देते हुए हैदराबाद विश्वविद्यालय प्रशासन से स्क्रीनिंग इवेंट के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। जानकारी के मुताबिक डॉक्यूमेंट्री स्क्रीनिंग में करीब 70 से 80 छात्र शामिल थे। एबीवीपी की केंद्रीय कार्यसमिति के सदस्य बी श्रवण राज ने द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि हम अभी तक पुलिस के पास नहीं गए हैं या इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन नहीं किया है। हमने केवल विश्वविद्यालय प्रशासन से संपर्क किया है क्योंकि वे संबंधित प्राधिकरण हैं। मनीष नाम के एक अन्य एबीवीपी छात्र नेता ने पीटीआई को बताया कि बिना अनुमति के कैंपस के अंदर स्क्रीनिंग की गई है।
छात्रसंघ ने कहा “शांतिपूर्ण ढंग से हुई स्क्रीनिंग”
एबीवीपी की शिकायत के बाद हैदराबाद विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि प्रशासन ने कैम्पस सुरक्षा विभाग से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। हालांकि हैदराबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ के महासचिव गोपी स्वामी ने कहा ‘कैम्पस के बाहर के लोगों को गुमराह किया जा रहा है और मामले को तूल दिया जा रहा है। डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग शांतिपूर्ण ढंग से हुई थी’
हैदराबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष अभिषेक नंदन ने एबीवीपी पर भारतीय जनता पार्टी के एजेंट के रूप में व्यवहार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा यह किसी प्रतिबंधित संगठन द्वारा बनाई गई फिल्म नहीं है, बल्कि एक मीडिया संगठन है जिसका अंतराष्ट्रीय नेटवर्क है। यह सरकार या किसी अदालत द्वारा प्रतिबंधित नहीं है। हमारा मानना है कि विश्वविद्यालय परिसरों में चर्चा और बहस की संस्कृति को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।