उत्तर प्रदेश के बरेली जिले स्थित श्मशान में पिछले गुरुवार (10 अक्टूबर) को जमीन में दफन मिली नवजात की हालत में सुधार हो रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले एक सप्ताह में उसका वजन करीब 65 ग्राम बढ़ चुका है। डॉक्टरों के मुताबिक, जब बच्ची बरामद हुई थी, तब वह 1.2 किग्रा की थी। बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा इस बच्ची को गोद लेने की पहल भी कर चुके हैं।

यह है मामला: 10 अक्टूबर को 2 मजदूर बरेली के श्मशान में एक नवजात को दफनाने गए थे, जो जन्म के कुछ मिनट बाद ही मर गई थी। उस दौरान नवजात के पैरेंट्स, एक कारोबारी और उसकी पत्नी भी मौके पर मौजूद थे। खुदाई के दौरान करीब 3 फीट गहरे गड्ढे में उन्हें कपड़े का एक बंडल मिला, जिसे देखकर सभी लोगों की जान हलक में आ गई थी। दरअसल, जैसे ही उन्होंने कपड़े के बंडल को दूर फेंका तो उसमें एक बच्ची के रोने की आवाज आने लगी थी। यह देख एक मजदूर मौके से भाग गया था, जबकि दूसरे ने चौकीदार को बुला लिया था।

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मिट्टी के बर्तन में रखी थी बच्ची: उस दौरान चौकीदार ने हिम्मत दिखाते हुए बैग खोला तो उसमें मिट्टी के बर्तन में एक जिंदा बच्ची रखी मिली थी। एक सप्ताह बीत चुका है, लेकिन बच्ची के परिजनों का अब तक पता नहीं चला है। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।

तो जा सकती थी बच्ची की जान: बरेली के न्यू बॉर्न चाइल्ड एंड क्रिटिकल केयर सेंटर में इस बच्ची का इलाज चल रहा है। बच्ची का इलाज कराने वाले डॉ. रवि खन्ना ने बताया कि अगर उसे कुछ घंटे बाद निकाला जाता तो बच्ची की जान जा सकती थी। उन्होंने बताया कि जिस वक्त बच्ची मिली, वह महज 1.2 किग्रा की थी। करीब एक सप्ताह में उसका वजन 65 ग्राम बढ़ चुका है।

प्लेटलेट्स भी काफी कम: डॉक्टर के मुताबिक, बच्ची के ब्लड प्लेटलेट्स 10 हजार से भी नीचे पहुंच चुके थे, जो करीब 1.5 लाख से 4 लाख होने चाहिए। जांच के दौरान उसे बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का भी पता चला। ऐसे में बच्ची को एंटीबायोटिक्स भी दिए जा रहे हैं। पहले वह सिर्फ 5 ग्राम दूध पी रही थी। यह खुराक अब 25 ग्राम हो चुकी है।