bakhri Assembly Election Result 2025: बेगूसराय जिले में स्थित बखरी विधानसभा सीट बिहार की सबसे चर्चित और ऐतिहासिक रूप से सक्रिय सीटों में गिनी जाती है। इस सीट पर मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो चुकी है और पहले राउंड की गितनी के बाद लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के संजय कुमार आगे चल रहे हैं।
यह सीट 1951 में अस्तित्व में आई और 2008 के परिसीमन के बाद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित घोषित की गई। बखरी में अब तक 17 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं, जिनमें 11 बार वाम दल, विशेषकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने विजय हासिल की है। कांग्रेस ने तीन बार और राजद ने दो बार यहां जीत दर्ज की, जबकि भाजपा ने 2010 में पहली बार सफलता पाई थी। इस क्षेत्र की राजनीतिक धारा लंबे समय तक वामपंथी प्रभाव में रही है, जिससे इसे “सीपीआई का गढ़” कहा जाता है।
Bihar Assembly Election Results LIVE
2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से सीपीआई के सूर्यकांत पासवान ने भाजपा के रामशंकर पासवान को मात्र 777 वोटों के अंतर से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। इस जीत ने वामपंथियों के खोए जनाधार को फिर से मजबूत करने का संकेत दिया था। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में यही क्षेत्र भाजपा को बढ़त देता नजर आया, जब गिरिराज सिंह ने सीपीआई के उम्मीदवार अवधेश कुमार राय को 81,480 वोटों के अंतर से हराया। मतदाता आंकड़ों की बात करें तो इस क्षेत्र में लगभग 2.9 लाख पंजीकृत मतदाता हैं, जिनमें दलित समाज की भागीदारी सबसे अधिक है। पासवान, जोलाहा-तांती, वैश्य, कुशवाहा, यादव, मुस्लिम और सवर्ण मतदाता यहां की राजनीति की दिशा तय करते हैं।
Bihar Election Commission Result 2025 LIVE
विधानसभा चुनाव 2020 का हाल
| क्रम संख्या | उम्मीदवार | पार्टी | वोट |
| 1 | सूर्यकांत पासवान | भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) | 72177 |
| 2 | रामशंकर पासवान | भारतीय जनता पार्टी | 71400 |
| 3 | विजय पासवान | राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) | 3857 |
आगामी विधानसभा चुनाव में बखरी सीट पर फिर से दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा। एनडीए ने इस बार यह सीट भाजपा से लेकर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के खाते में दी है, जहां संजय पासवान को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं महागठबंधन की ओर से सीपीआई के सूर्यकांत पासवान मैदान में हैं, जिन्होंने पिछली बार बेहद कम अंतर से जीत दर्ज की थी। यह मुकाबला “777 वाली जंग” के नाम से चर्चित हो चुका है। बखरी की जनता इस बार किन मुद्दों पर वोट करेगी, यह तय करेगा कि यहां फिर से लाल झंडा लहराएगा या एनडीए को पुनः अवसर मिलेगा।
विधानसभा चुनाव 2015 का हाल
| क्रम संख्या | उम्मीदवार | पार्टी | वोट |
| 1 | उपेंद्र पासवान | राष्ट्रीय जनता दल (RJD) | 72632 |
| 2 | रामानंद राम | भारतीय जनता पार्टी | 32376 |
| 3 | सूर्यकांत पासवान | भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) | 29185 |
बखरी एक कृषि प्रधान विधानसभा क्षेत्र है, जहां मक्का, धान और गेहूं की खेती प्रमुख है, लेकिन किसानों को बाजार की कमी और सिंचाई-सुविधाओं के अभाव से जूझना पड़ता है। स्थानीय बखरी बाजार में जलजमाव की समस्या लंबे समय से अनसुलझी है, जो लोगों की नाराज़गी का बड़ा कारण बनी हुई है। बखरी–हसनपुर रेलमार्ग पर लंबी दूरी की ट्रेनों का ठहराव न होना भी जन-समस्याओं में शामिल है। शिक्षा, रोजगार और सड़क विकास जैसे मुद्दे इस बार के चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। सामाजिक समीकरण और स्थानीय विकास के वादों के बीच, बखरी विधानसभा एक बार फिर बिहार की राजनीति का केंद्र बनने जा रही है।
