Anant Singh Net Worth: बिहार चुनाव के बीच बाहुबली अनंत सिंह की गिरफ्तारी एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन चुकी है। शनिवार देर रात पटना पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दुलारचंद यादव की हत्या के बाद से ही अनंत सिंह का नाम लगातार चर्चा में था और उन पर सबसे अधिक सवाल उठ रहे थे। अब उनकी गिरफ्तारी हो चुकी है और आगे की कार्रवाई जारी है।

बिहार की राजनीति में अनंत सिंह को एक मंझे हुए और प्रभावशाली खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है। वे लंबे समय से राज्य की सियासत में सक्रिय हैं। राजनीतिक सफर में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन अनंत सिंह की अहमियत, महत्वाकांक्षा और ताकत आज भी कायम है, उनके नाम की तरह ही सब कुछ ‘अनंत’ है।

अनंत सिंह के खिलाफ कितने आपराधिक मामले?

अनंत सिंह द्वारा दाखिल नामांकन पत्रों के अनुसार उनके खिलाफ 28 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, आपराधिक साजिश, यातना, अपहरण और हमले जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। इसके अलावा, चोरी, अपराधियों को संरक्षण देना और हथियारों से जुड़े कई अन्य मामले भी दर्ज हैं।

अनंत सिंह की कितनी संपत्ति है?

अनंत सिंह के चुनावी हलफनामे के अनुसार, उनके पास वर्तमान में 13 करोड़ रुपये की चल संपत्तियां हैं। उनके पास टोयोटा लैंड क्रूज़र, टोयोटा फॉर्च्यूनर SUV जैसी लग्ज़री गाड़ियां हैं। उनके पास 2 करोड़ रुपये तक की गाड़ियां हैं। इसके अलावा, वे एक हाथी, घोड़े और गाय के भी मालिक हैं।

अगर अनंत सिंह की चल और अचल संपत्तियों को जोड़ा जाए, तो कुल संपत्ति का आंकड़ा 37.88 करोड़ रुपये तक पहुंचता है। उनकी पत्नी नीलम देवी, जो खुद मोकामा से विधायक हैं, उनके पास भी 62.5 करोड़ रुपये की संपत्ति दर्ज है।

अनंत सिंह की गिरफ्तारी की इनसाइड स्टोरी

अनंत सिंह को गिरफ्तार करने के लिए बिहार पुलिस शनिवार देर रात पटना से मोकामा रवाना हुई। वहां पर पुलिस का सामना अनंत सिंह के समर्थकों से हुआ। लंबी बातचीत हुई, कई मुद्दों पर मंथन हुआ और आखिरकार अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। देर रात ही फिर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसएसपी ने गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि की। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशों का पूरी तरह पालन किया जा रहा है और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने की कोशिश है।

पटना एसएसपी ने बताया कि 30 अक्टूबर को मोकामा के तारतर इलाके में दो उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें दुलारचंद यादव की हत्या हो गई। प्रारंभिक जांच में पता चला कि घटना के समय अनंत सिंह मौके पर मौजूद थे और उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन किया था। पूरी इनसाइड स्टोरी के लिए यहां क्लिक करें