आजमगढ़ में धर्मेंद्र यादव के लिए प्रचार करने पहुंचे ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि योगी सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। इस दौरान उन्होंने का कि सभी लोग ओम प्रकाश राजभर से परेशान हैं। खासकर बीजेपी और बीएसपी वाले ज्यादा ही परेशान हैं।

राजभर ने कहा कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के शासन में पूर्ण रूप से भ्रष्टाचार है। उन्होंने कहा कि 25 करोड़ की आबादी में साढ़े 24 करोड़ लोगों के ब्लड में भ्रष्टाचार हो गया है। उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री से कहना चाहते हैं कि आजमगढ़ में असलहा बनाता है। असलहा की रिपोर्ट हर साल लगती है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच करा लो 3-4 लाख रुपये हिंदू को बनवाने में लग जाता है और 5-6 लाख रुपये लग मुसलमान को बनाने में।

राजभर ने कहा कि यूपी का कोई ऐसा विभाग नहीं हैं, जहां भ्रष्टाचार नहीं है। स्वास्थ्य विभाग में बड़े पैमाने पर दवा एक्सपार हुई है। इसका कौन जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि बसपा अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। भाजपा-बसपा नंबर दूसरे की लड़ाई लड़ रही है। सपा से धर्मेंद्र यादव जीत रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री ही न्याय कर देंगे तो फिर जज क्या करेंगे। प्रदेश बुलडोजर से नहीं संविधान से चलेगा। इंसान हैं इंसानियत सीखो। बीजेपी को नफरत की राजनीति बंद कर देनी चाहिए।

पिछले दिनों सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ पर निशाना साधते हुए कहा था कि चुनाव के वक्त अहीर रेजीमेंट की याद आती है। राजभर रेजीमेंट, निषाद, बिंद और चमार रेजीमेंट की बात क्यों नहीं करते। उन्होंने कहा कि दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को अब अहीर ही याद आ रही है। राजभर ने कहा कि जाकर वो फिल्म बनाएं और गाना गाएं।

राजभर ने कहा था कि उनकी सरकार है। उनमें ताकत है तो जातिवार जनगणना को लेकर जुवान ही खोल दें। अगर न उनका टिकट कट जाए। उन्होंने कहा कि निरहुआ में हिम्मत नहीं है जातिवार जनगणना के बारे में बोलने की। उन्होंने कहा कि हिम्मत नहीं 1700 थानों में, 52 प्रतिशत आबादी पिछड़ों की है। उन्होंने सवाल किया कि पिछड़ी जाति के बनते हैं क्या पिछड़ों के लिए आरक्षण मांग सकते हैं। उन्होंने कहा कि निरहुआ बहुत भद्दे-भद्दे गाना गाता है। समाज में गंदगी फैलाता है।