उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा का सत्र शुरू होने से एक दिन पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के मुख्यालय में रविवार (22 मई 2022) को विधायक दल की बैठक बुलाई गई। इस मीटिंग में समाजवादी पार्टी के सभी विधायक और विधान परिषद सदस्यों को शामिल होने के लिए कहा गया है, लेकिन रामपुर से सपा विधायक खान के अलावा उनके बेटे विधायक अब्दुल्ला आजम और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव भी विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए।
सपा विधायक आजम खान की पार्टी और अखिलेश यादव से नाराजगी एक बार फिर सामने आई है। आजम खान और अब्दुल्ला आजम लखनऊ में प्रस्तावित सपा विधानमंडल की बैठक में शामिल नहीं होंगे। सपा नेताओं ने कहा कि हाल ही में सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा हुए आजम खान रामपुर में हैं और स्वास्थ्य कारणों से वह बैठक में शामिल नहीं हो सके।
पार्टी मुख्यालय पहुंचे नेता: इस मीटिंग के लिए अखिलेश यादव के साथ सभी नेता पार्टी मुख्यालय पहुंच गए हैं। सपा नेता अमिताभ वाजपेयी, लालजी वर्मा, राजपाल कश्यप, त्रिभुवन दत्त और मनोज पांडे भी बैठक में पहुंच गए हैं। विधायक रविदास मेहरोत्रा और दारा सिंह चौहान भी मीटिंग में मौजूद हैं। बैठक में कल से शुरू हो रहे बजट सत्र में सरकार से पूछे जाने वाले सवालों पर भी चर्चा की जाएगी।
स्वास्थ्य कारणों से शामिल नहीं हुए आजम खान: सपा के वरिष्ठ नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा, ”आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम सोमवार (23 मई) को सत्र में भाग लेंगे।’’ उन्होंने कहा कि आजम खान स्वास्थ्य कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो सके। मेहरोत्रा ने बताया कि सोमवार को आजम खान पहले विधानसभा सदस्य के तौर पर शपथ लेंगे और फिर सत्र में भाग लेंगे।
विधानसभा सत्र में उठाएंगे जनहित के मामले: शिवपाल यादव की गैरमौजूदगी के बारे में मेहरोत्रा ने कहा, ” हालांकि उन्होंने सपा के चुनाव चिह्न साइकिल पर विधानसभा चुनाव जीता है लेकिन वह एक पार्टी के मुखिया भी हैं और पहले भी वह बैठक में शामिल नहीं हुए थे।” उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने विधायकों को विधानसभा के सत्र में जनहित के मामलों को प्रमुखता से उठाने को कहा है।