नेता प्रतिपक्ष और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सदन में राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए कहा कि, हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, लेकिन एक सच ये भी है कि बिना भेदभाव खत्म हुए आजादी का कोई मतलब नहीं है। इस दौरान अखिलेश यादव ने सीएम योगी के सामने शायरी के माध्यम से कहा कि हिंदी-उर्दू साथ रहे आजादी की कुर्बानी में, वतन समा के परवाने जलते रहे थे भरी जवानी में।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जब तक हमारे देश में भेदभाव दूर नहीं होगा, तब तक किसी भी आजादी का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि आज भी कोई कितने ऊंचे पद पर पहुंच जाए, लेकिन ऐसा नहीं कि वो भेदभाव को शिकार न हुआ हो। बिना बराबरी के कोई भी आजादी के बेमानी है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विधानमंडल दल के स्वर्णिम इतिहास को भी याद करना जरूरी है। जिसकी पहली बैठक 8 जनवरी 1887 को इलाहाबाद के थर्ड मेमोरियल हॉल में हुई थी।
अखिलेश यादव ने कहा कि साल 2013 में समाजवादी कार्यकाल में उत्तर प्रदेश के विधान मंडल के 125 वर्ष पूर्ण होने पर रजत जयंती भव्य रूप से मनाई गई। भारतीय गणराज्य के कई महत्वपूर्ण विषयों पर एक सार्थक दिशा में उत्तर प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश विधान मंडल की यादगार भूमिका रही है। हिंदी को राजकाज की भाषा बनाने की पहल सन 1937 में उत्तर प्रदेश विधानमंडल में ही शुरू हुई। जिसको समाजवादी सरकारों ने आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस दौरान अखिलेश यादव ने शायरी के माध्यम से कहा कि हिंदी-उर्दू साथ रहे आजादी की कुर्बानी में, वतन समा के परवाने जलते रहे थे भरी जवानी में। अशफाक उल्ला खां, भगत सिंह ने जोड़े प्रश्न कहानी में, तब अंग्रेज गया भारत से आग लगाकर पानी में।
विधान परिषद में महिलाओं की संख्या बढ़ाए जाने की जरूरत: राष्ट्रपति कोविंद
राष्ट्रपति कोविंद ने महिला सदस्यों को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि, यूपी विधानसभा में महिला सदस्यों की संख्या 47 है जो कि कुल सदस्यों 403 का 12 प्रतिशत है। वहीं, विधान परिषद में कुल 100 सदस्यों में महिलाओं की संख्या सिर्फ पांच है। जिसे और बढ़ाए जाने की जरूरत है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानमंडल के दोनों सदनों को संबोधित करने के लिए राष्ट्रपति कोविंद का आभार जताया। सीएम योगी ने कहा कि एक साधारण से परिवार में जन्म लेने के बाद देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचना यह भारत के लोकतंत्र के लिए गर्व की बात है।
बता दें, उत्तर प्रदेश के दौरे पर निकले राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद सोमवार (6 जून, 2022) को राजधानी लखनऊ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने विधानसभा और विधान परिषद में विधायकों को सम्बोधित भी किया। उनके सम्बोधन के बाद बतौर नेता विपक्ष अखिलेश यादव ने बोलना शुरू किया था।