दिल्ली में जून-जुलाई का खाद्यान्न तो लगभग सभी राशनकार्डधारियों को मिल चुका है लेकिन अगस्त के खाद्यान्न में अड़चन आ गई है। देखने को मिल रहा है कि ई-पोस मशीन में अगस्त की बिक्री का विकल्प खुल ही नहीं रहा है।
इसकी वजह कोटाधारक ई-पोस मशीन से बिक्री के विकल्प को हटाया जाना बता रहे हैं। इससे राजधानी के ही नहीं बल्कि ‘एक देश-एक राशन कार्ड’ का लाभ ले रहे लाखों लाभार्थी अपने हक का राशन लेने से महरूम हो गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता मामले विभाग की ओर से आदेश जारी कर पहले 30 जून 2025 तक जून, जुलाई व अगस्त माह के राशन वितरण की बात कही गई थी। लेकिन कई राज्यों में राशन के उठान में अनियमितता के चलते इसे बढ़ाकर 31 जुलाई 2025 कर दिया गया।
वहीं राजधानी में अगस्त का राशन 25-26 जुलाई 2025 तक गोदामों से राशन दुकानों पर आपूर्ति की गई। इस बीच ई-पोस मशीन को इलेक्ट्रोनिक तराजू से जोड़कर राशन वितरण करने में आने वाली तकनीकी दिक्कतों की वजह से दिल्ली में राशन वितरण काफी मंद गति से हुआ। जिसकी वजह से लाखों लाभार्थी अपने हक का राशन लेने से वंचित रह गए हैं। वहीं अगस्त महीना प्रारंभ होने के साथ ही, अगस्त माह के राशन की बिक्री का विकल्प ई-पोस मशीनों से हटा दिया गया है।
कोटाधारक भी वितरित नहीं कर पा रहे राशन
ऐसे में जो खाद्यान्न राशन की दुकानों तक पहुंच चुका है, उसे भी कोटाधारक वितरित नहीं कर पा रहे हैं। जब विभाग की ओर से पूरे देश के लिए एक समान अगर आदेश लागू था, तो दिल्ली से सटे अन्य राज्यों में जैसे उत्तर प्रदेश, हरियाणा, आंध्र प्रदेश व बिहार में वितरण क्यों जारी है। बिहार में अभी भी अगस्त माह का राशन वितरण प्रारंभ है।
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बिहार के राशनकार्डधारी लगातार इस बात को लेकर दिल्ली के कोटाधारकों पर दबाव भी बना रहे हैं कि जब वहां राशन बंट रहा है तो दिल्ली में कैसे बंद किया जा सकता है। दरअसल बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर अन्य राज्यों से आकर दिल्ली में रह रहे हैं और ‘एक देश, एक राशनकार्ड’ योजना का लाभ ले रहे हैं।
लाभार्थियों को जागरूक करना चाहिए था : डीएसआरडीएस
दिल्ली सरकारी राशन डीलर संघ (डीएसआरडीएस) के महासचिव सौरभ गुप्ता ने कहा कि अगर 31 जुलाई तक ही अगस्त का राशन वितरण करने की अनुमति थी, तो विभाग को इस बाबत समाचार पत्रों व अन्य माध्यमों से कोटाधारकों व राशनकार्डधारियों को जागरूक करना चाहिए था। विभाग को चाहिए कि वो अन्य राज्यों की तरह ही दिल्ली में भी अगस्त के राशन वितरण की अनुमति दे। साथ ही अगर राशनकार्डधारी व कोटाधारक को समय पर इसकी जानकारी मिलती तो उन्हें परेशान नहीं होना पड़ता। राशन की दुकानों पर खाद्यान्न है लेकिन इसे वितरित नहीं किया जा सकता।