Atiq Ahmed: माफिया डॉन अतीक अहमद और अशरफ पर गोली चलाने वाले तीनों हमलावरों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वहीं पोस्टमार्टम के बाद अतीक और अशरफ का शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया, जिसके बाद वे शव लेकर कब्रिस्तान पहुंच गए हैं। अतीक अहमद और अशरफ दोनों के शव थोड़ी देर में दफनाए जाएंगे। दोनों के शव उसी कब्रिस्तान में दफनाए जाएंगे, जिस कब्रिस्तान (कसारी-मसारी) में अतीक के बेटे असद के शव को दफनाया गया था।

यूपी पुलिस को को उमेश पाल मर्डर केस में शाइस्ता परवीन की तलाश है और उसके ऊपर योगी सरकार ने इनाम भी घोषित कर रखा है। अंदेशा तब भी जताया जा रहा था कि शाइस्ता अपने बेटे असद के जनाजे में आ सकती है। जिसको लेकर प्रयागराज पुलिस भी चौकन्नी थी, लेकिन शाइस्ता अपने बेटे असद के जनाजे में नहीं आई थी।

50 हजार रुपये के इनामी शाइस्ता परवीन फरार है और अतीक के दो बेटे उमर और अली जेल में हैं। उसके दो नाबालिग बेटे पुलिस की कड़ी निगरानी में बाल संरक्षण गृह में हैं। उमेश पाल और दो पुलिसकर्मियों की 24 फरवरी को दिनदहाड़े हत्या के बाद से आरोपियों में छह मारे जा चुके हैं। जिनमें अतीक छठा आरोपी था। उसके पहले अतीक के बेटे असद सहयोगी अरबाज़, विजय चौधरी उर्फ उस्मान और गुलाम हसन सहित कुल छह मारे जा चुके हैं।

अतीक और अशरफ की शनिवार देर रात प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हमवावरों ने दोनों को गोली उस वक्त मारी, जब पुलिस दोनों को मेडिकल जांच के लिए ले जा रही थी। उसी वक्त तीन शूटरों ने अतीक और अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। दोनों की मौके पर ही हो गई। घटना के बाद पुलिस ने तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

उमेश पाल हत्याकांड में पहला एनकाउंटर 27 फरवरी को हुआ

उमेश पाल हत्याकांड में पहला एनकाउंटर 27 फरवरी को प्रयागराज में अरबाज़ का हुआ था। वह कथित तौर पर 24 फरवरी को हत्यारों के वाहन का चालक था। इसके बाद 6 मार्च को फिर से प्रयागराज में उस्मान पुलिस एनकाउंटर में ढेर हो गया। असद और गुलाम को पुलिस ने 13 अप्रैल को झांसी में मार गिराया था। अतीक के अन्य सहयोगी गुड्डू मुस्लिम, अरमान और साबिर फरार हैं, प्रत्येक पर 5 लाख रुपये का इनाम है। दरअसल, अपने बेटे असद और उसके सहयोगी के मारे जाने के एक महीने पहले अतीक ने उमेश पाल हत्याकांड में हिरासत में अपनी सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।