असम के राज्यपाल पद्मनाभ बालकृष्ण आचार्य ने रविवार (22 मई) को भाजपा, अगप और बीपीएफ को राज्य में अगली गठबंधन सरकार बनाने का न्योता दिया। इससे पहले इन तीनों सहयोगी दलों ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। राजभवन के प्रवक्ता ने बताया कि भाजपा विधायक दल के नेता सर्बानंद सोनोवाल, अगप अध्यक्ष अतुल बोरा, बीपीएफ प्रमुख हगरामा मोहिलारी ने राज्य में अगली सरकार के गठन के लिए आचार्य से मिलने गए विधायकों के प्रतिनिधिमंडल की अगुआई की। उसके बाद राज्यपाल ने भाजपा की अगुआई वाले गठबंधन को राज्य में अगली सरकार बनाने का न्योता दिया। शपथ ग्रहण समारोह 24 मई को होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई गणमान्य हस्तियों के पहुंचने की संभावना है। असम में यह पहली भाजपा नीत सरकार होगी।
इससे पहले सर्बानंद सोनोवाल ने रविवार (22 मई) को केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया। सोनोवाल (53) का त्यागपत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के पास भेज दिया। प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद से युवा मामलों और खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सर्बानंद सोनोवाल का इस्तीफा तत्काल प्रभार से स्वीकार कर लिया है। प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति ने निर्देश दिया है कि राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह को उनके वर्तमान विभाग के अलावा युवा मामलों व खेल मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा जाए।
सोनोवाल को रविवार (22 मई) को दोपहर गुवाहाटी में नवनिर्वाचित विधायकों की एक बैठक में भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया और उन्हें राज्यपाल पीबी आचार्य ने सरकार बनाने का न्यौता दिया। रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोनोवाल की असम में चुनाव के बावजूद एनआईएस पटियाला जाकर वहां रियो ओलंपिक्स की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों के प्रशिक्षण से जुड़ी चीजों का निरीक्षण करने के वास्ते वक्त निकालने को लेकर प्रशंसा की।
सोनोवाल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत ऑल असम स्टूडेंट यूनियन से की थी। उसके बाद वे अगप में गए और फिर 2011 में भाजपा में। उन्हें 2012 में भाजपा की असम इकाई का अध्यक्ष बनाया गया। उन्हें जनवरी 2016 में असम के लिए भाजपा का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया।