असम में बाढ़ संबंधी घटनाओं में पांच और व्यक्तियों की मौत हो गई तथा राज्य 28 जिलों में करीब 36 लाख लोग इससे अब भी प्रभावित हैं। यह जानकारी शुक्रवार को एक आधिकारिक बुलेटिन में दी गई। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने बताया कि धुबरी, दर्रांग, बोंगाईगांव, गोलपाड़ा और कामरूप जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसमें कहा गया है कि बृहस्पतिवार को राज्य के 33 जिलों में से 27 में 39.8 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित थे। बुलेटिन में कहा गया है कि इस साल राज्य में बाढ़ और भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 102 हो गई है। 76 लोगों की मौत बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में हुई है जबकि 26 की मौत भूस्खलन में हुई है।

मोदी बाढ़ के कारण मची तबाही पर तत्काल दें ध्यान- गौड़ाः पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवगौड़ा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र सरकार से असम में बाढ़ से मची तबाही पर तत्काल ध्यान देने और राज्य को अधिकतम सहायता प्रदान करने की अपील की। जनता दल सेक्युलर (जदएस) के प्रमुख ने कहा कि असम कोरोना वायरस और बाढ़ दो आपदाओं से संर्घर्ष कर रहा है। उन्होंने कहा कि वायरस का खतरा थमने के बाद वह राज्य का दौरा भी करेंगे। उन्होंने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 60 से अधिक जानवरों के मारे जाने पर भी शोक जताया।

दलाईलामा ने बाढ़ से जान-माल की क्षति पर जताया दुखः बौद्ध आध्यात्मिक नेता दलाईलामा ने असम के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ से हुई जान-माल की क्षति पर दुख प्रकट किया है। बौद्ध आध्यात्मिक नेता ने बाढ़ प्रभावित लोगों के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए व सरकार के राहत एवं बचाव के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को एक पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में लिखा है, ‘‘ असम और भारत के अन्य हिस्सों में मानसूनी वर्षा साल -दर-साल विनाश और लोगों के लिए कठिनाइयां ला रही है। दुर्भाग्य से इस साल कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप बने रहने से स्थिति और दुष्कर हो गयी है। मैं आपके राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई जान-माल की क्षति तथा कई लोगों के सामने आ रही कठिनाइयों पर दुख प्रकट करने के लिए आज आपको लिख रहा हूं।’’

असम को हमारी मदद की जरूरत- छेत्रीः भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने शुक्रवार को कहा कि बाढ़ से प्रभावित पूर्वोत्तर राज्य असम पर तुरंत ध्यान देने और सहायता दिये जाने की जरूरत है क्योंकि यहां कई जलमग्न जिलों में लोगों की जान जा चुकी है और काफी लोग विस्थापित हो चुके हैं। छेत्री ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘‘प्रार्थनाओं के साथ, असम की ओर ध्यान दिये जाने की जरूरत और बाढ़ से उबरने के लिये मदद की जरूरत है। इस विपदा में काफी जान जा चुकी हैं, जिसमें लोग और जानवर शामिल है और मैं सिर्फ उम्मीद ही कर सकता हूं कि इनकी संख्या बढ़े नहीं।’’

मदद को धन जुटाएगा इंडिया फॉर असमः असम प्रदेश में मौजूदा बाढ़ आपदा के बारे में जागरूकता पैदा करने और पुनर्वास में मदद करने के लिए ‘इंडिया फॉर असम’ नामक एक पहल शुरू की गई है। बयान में कहा गया कि इस पहल की शुरूआत मीडिया समूह टाइम्स नेटवर्क ने की है। समूह ने देश के लोगों से मुख्यमंत्री राहत कोष में दान कर अमस की मदद करने की अपील की है। विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘असम बाढ़ की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है तथा इससे मानव और मवेशी दोनों का पीड़ाजनक विस्थापन हुआ है।’’