पूर्वोत्तर राज्य असम में भारी बारिश के चलते हालात काफी खराब हैं। राज्य में प्राकृतिक आपदा के कारण 27 जिलों में 25.10 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (AASDMA) अनुसार, इस साल राज्य में बाढ़ और भूस्खलन के कारण अब तक कुल 122 लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा जगह-जगह बाढ़ के हालात का जायजा लेने पहुंच रहे हैं।
असम में बाढ़ के कहर के बीच सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा नाव पर सवार होकर प्रभावित लोगों के पास पहुंचे और उनका हालचाल जाना। इस दौरान एक युवक उनका अभिवादन करने और उनसे मिलने के लिए कमर तक गहरे में पानी उतर गया। पानी में डूबे एक गेट के सहारे खड़े हुए शख्स ने सीएम शर्मा को पुकारा, जो एक नाव पर थे।
जिसके बाद आपातकालीन सेवा कर्मियों की मदद से, वह शख्स मुख्यमंत्री की नाव के पास पहुंचा और बाढ़ के पानी में उतरकर उन्हें ‘गमोसा’’ दिया. गमोसा पारंपरिक असमिया कपड़ों का एक तरह का गमछा है जो किसी के सम्मान में पहनाया जाता है। युवक के गमछा देने पर मुख्यमंत्री ने वादा किया कि मैं कभी आऊंगा और आपके साथ एक कप चाय पीऊंगा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। सीएम शर्मा ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर बाढ़ के बीच उनसे मिलने पहुंचे शख्स का वीडियो शेयर किया है।
मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश: सिलचर की यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने कछार जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ की स्थिति और राहत और अन्य उपायों की समीक्षा की और उन्हें निर्देश जारी किया। सीएम ने कहा कि नगर के प्रत्येक वार्ड में चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाए। असम के अन्य हिस्सों से सिलचर में 15 से 20 डॉक्टरों को तैनात किया जाए।
इसके साथ ही सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा ने लोगों को दवाएं उपलब्ध कराने, शहर के हर वार्ड के हर परिवार को राहत सामग्री बांटने और जिन इलाकों में बाढ़ का पानी कम हुआ है वहां बिजली तुरंत बहाल करने के निर्देश दिए।
सिलचर में हालात खराब: असम का सिलचर शहर छठे दिन भी जलमग्न रहा। यहां संक्रामक बीमारियां फैलने के साथ ही खाने और पीने के पानी का संकट मंडरा रहा है। बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने के साथ-साथ बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने के लिए सिलचर में दो ड्रोन भी तैनात किए गए हैं। सिलचर में लगभग तीन लाख लोग भोजन, स्वच्छ पेयजल और दवाओं की भारी कमी से जूझ रहे हैं।