ब्रह्मपुत्र नदी में नौका पलटने की घटना पर असम के माजुली में आज लोग सरकार पर बिफर गए। ऊर्जा मंत्री बिमल बोराह को प्रदर्शनकारी लोगों ने घेर लिया। उन्हें तकरीबन आधे घंटे तक गारमुर चेरियाली में सड़क पर बैठे रहने पर मजबूर किया। मंत्री को बचाने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भांजी। सीएम हेमंत सरमा के दौरे से पहले बोराह माजुली पहुंचे थे।
प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश में बोराह ने कहा कि वह उनकी शिकायतें सुनने के लिए आए हैं। आप लोग आपस में बातचीत करके अपनी मांगों के साथ प्रतिनिधिमंडल को भेजें। उन्होंने विरोध को समाप्त करने की भरसक कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए। लोग मुख्यमंत्री से से मिलने की मांग पर अड़े रहे। पुलिस के लाठी चार्ज के बीच ऊर्जा मंत्री बिमल बोराह वहां से चुपचाप निकल भागे।
उधर, विरोध प्रदर्शन के बाद माजुली आए मुख्यमंत्री से ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की। उन्होंने नाव पलटने के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा देने की मांग की। सरमा ने पुलिस को मामला दर्ज करने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि जोरहाट और माजुली के बीच प्रस्तावित पुल का निर्माण नवंबर 2021 से शुरू हो जाएगा। इसे चार साल के अंदर पूरा किया जाएगा।
प्रदर्शनकारी कर रहे छात्रों व अन्य लोगों ने कहा कि नौकाओं पर लाइफ जैकेट नहीं थी। लंबे अर्से से यहां पुल बनाने की बात कही जा रही है लेकिन अब तक एक भी पुल नहीं देखा है। एक अन्य छात्र ने कहा कि उन्होंने बोरा से कई सवाल पूछे, लेकिन वह कोई जवाब नहीं दे सके। जब प्रदर्शनकारियों ने अवरोधकों को तोड़ने की कोशिश की तो स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि भीड़ के उग्र होने पर हमें हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। हमारे पास कुछ प्रदर्शनकारियों के घायल होने की खबर है, लेकिन संख्या की पुष्टि नहीं की जा सकती है। ध्यान रहे कि बुधवार शाम ब्रह्मपुत्र में नाव पलटने और डूब जाने के बाद कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य लापता हो गए। सरकार ने एकल इंजन वाली सभी नौकाओं के माजुली तक चलने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।