Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में सियासी सरगर्मी काफी तेज हो गई है। महागठबंधन के दलों के बीच अभी से सीटों की संख्या तय करने को लेकर गहन बातचीत चल रही है। इन सब के बीच एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने लालू प्रसाद यादव को चिट्ठी लिखी है और उनसे छह सीटों की मांग की है।

एनडीटीवी से बातचीत में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “हम चुनाव लड़ रहे हैं और मजबूती के साथ में लड़ेंगे। हमारे अध्यक्ष ने दो लेटर लालू प्रसाद यादव को लिखे हैं और एक आखिरी लेटर तेजस्वी यादव को लिखा है। उसमें लिखा है कि हम 6 सीटें लेने को तैयार हैं। अगर आप पावर में आते हैं तो हम को कोई मिनिस्ट्री मत दीजिए। बस सीमांचल डेवलेपमेंट बोर्ड बनाइए। अब इससे बढ़कर अख्तर-उल-ईमान और मजलिस क्या करेगी। हमारी एक जिम्मेदारी है बिहार और सीमांचल की जनता के लिए, उनमें एक आक्रोश है और गुस्सा है। बिहार की जनता जान चुकी है कि चुनाव के दौरान हम पर जो झूठा इल्जाम लगता था। ये बी टीम और पता नहीं क्या-क्या बोलते थे। हमारे चार एमएलए को लेकर भाग गए तो आसमान नहीं गिरा।”

महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर मंथन

बिहार विधानसभा चुनावों के लिए विपक्षी महागठबंधन के अंदर सीट बंटवारे पर बातचीत आगे बढ़ने के साथ ही पिछले हफ्ते कांग्रेस द्वारा अच्छी और बुरी सीटों के बंटवारे में संतुलन की मांग ने बातचीत को और भी ज्यादा पेचीदा बना दिया है। 2020 के चुनावों में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसमें से उसे सिर्फ 19 पर जीत मिली थी। इसके मुकाबले 2015 के विधानसभा चुनावों में, पार्टी ने 41 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 27 पर जीत हासिल की थी। इस बार भी, कांग्रेस 70 सीटों के लिए दबाव बना रही है।

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2020 में आरजेडी ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसमें से 75 पर जीत हासिल की थी और 17 सीटों पर 5,000 से कम वोटों से दूसरे नंबर पर रही थी। महागठबंधन की सहयोगी भाकपा (माले) (एल) ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से 12 पर जीत हासिल की, अपनी झोली में केवल दो सीटें 5,000 से कम वोटों के अंतर से हारी। उसने पांच और सीटों पर चुनाव लड़ा, जहां उसकी हार का अंतर ज्यादा था। महागठबंधन में शामिल अन्य वामपंथी दलों, माकपा और भाकपा, ने दो-दो सीटें जीतीं और एक-एक सीट 5,000 से कम वोटों के अंतर से हारी।

महागठबंधन में ये दल शामिल

इस बार महागठबंधन में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी भी शामिल है। इसमें अब कुल आठ दल हो गए है। इसमें मौजूदा सहयोगी आरजेडी, कांग्रेस, वामपंथी दल और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी शामिल हैं।

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