Survey of Madarsas in UP: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मदरसों की शिक्षा व्यवस्था को लेकर सभी जिलों के डीएम को सर्वे कराने का निर्देश दिया है, जिस पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। योगी सरकार के आदेश पर भड़के ओवैसी ने कहा कि ये तो छोटा NRC है।
ओवैसी ने कहा कि ऐसे कई मदरसे हैं जो प्राइवेट हैं और जिनका न कोई सरकार से लेना-देना है और न ही सरकार उनको कुछ फंडिंग करती है। उन्होंने कहा कि सरकार सर्वे क्यों करा रही है। ओवैसी ने कहा, “अगर मैं मदरसा खोलता हूं तो उनको इस्लामिक तौर-तरीके सिखाने के लिए और उनको मौलाना बनाने के लिए खोलता हूं। इससे राज्य सरकार का कोई ताल्लुक ही नहीं है।”
ये छोटा एनआरसी- ओवैसी
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराने के निर्देश पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि संविधान के मुताबिक भी मुझे ये अधिकार हासिल है कि मैं अपने मदरसे खोलूं और शैक्षणिक संस्थान खोलूं, इसमें सरकार क्यों दखल देगी। ओवैसी ने सरकार से सवाल किया कि वे सर्वे क्यों करना चाहते हैं। क्या वे उनको सैलरी दे रहे हैं और उनका क्या लेना-देना है। ओवैसी ने तीखा हमला बोलते हुए कहा, “ऑर्डर जारी करके सीधा बोल दीजिए कि मुसलमान मत रहिए, कुरान मत पढ़िए। ये सर्वे नहीं बल्कि छोटा एनआरसी है।”
बता दें कि सरकार ने सभी गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे 5 अक्टूबर तक कराने के लिए जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं। सर्वे का काम पूरा होने के बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी। सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने जिले की सर्वे रिपोर्ट सरकार को 25 अक्टूबर तक भेजनी है। राज्य मंत्री (अल्पसंख्यक कल्याण) दानिश रजा ने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा कि मदरसों में स्टाफ सदस्यों और शिक्षकों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद निर्णय लिया गया। वहीं, अब यूपी सरकार के सर्वे के इस आदेश पर सियासत गरमाने लगी है। असदुद्दीन ओवैसी ने गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वे कराने के यूपी सरकार के आदेश पर आपत्ति जताई है।