Hijab Row: हिजाब विवाद के बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘महिलाएं दिमाग पर नहीं सिर पर घूंघट रखती हैं।’ उन्होंने राजस्थान में ये बयान दिया है ओवैसी ने कहा, ‘हिजाब मुसलमानों के लिए जरूरी धार्मिक प्रथा है। अगर सरकारी स्कूल अन्य धार्मिक प्रतीकों की अनुमति दे रहे हैं, तो इसको क्यों नही दिया जा रहा है। महिला अपने सर पर पहन रही है अपने दिमाग पर नहीं। अगर कोई लड़की हिजाब पहनना चाहती है तो आप उसे क्यों रोकना चाहते हैं?
बता दें कि कुछ महीने पहले कर्नाटक के स्कूलों में हिजाब पहनने वाली लड़कियों के क्लास में जाने पर रोक लगा दी गई थी। वहीं, इसके बाद मामले तूल पकड़ लिया था। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (16 सितंबर) तक सुनवाई पूरी करने को कहा है। दरअसल, जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस सुधांशु धूलिया की बेंच ने सोमवार (12 सितंबर) को वकीलों से 16 सितंबर को अपनी दलीलें पूरी करने को कहा। इसके बाद राज्य सरकार को अपना पक्ष रखने के लिए दो दिन का समय दिया जाएगा।.
‘कुरान में जो कुछ भी लिखा है वह अनिवार्य है’
वहीं, याचिकाकर्ताओं की ओर से सोमवार (12 सितंबर) को अधिवक्ता सलमान खुर्शीद ने दलील दी। खुर्शीद ने कहा ‘कुरान में जो कुछ भी लिखा है वह अनिवार्य है।’ इस दौरान खुर्शीद ने बुर्का, हिजाब और जिलबाब की तस्वीरें दिखाईं और उनका अंतर बताया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि संस्कृति महत्वपूर्ण है क्योंकि संस्कृति पहचान की ओर ले जाती है। ड्रेस कोड का मतलब यह नहीं है कि मैं उसके अलावा और कुछ नहीं पहन सकती जो मेरी संस्कृति या धर्म के लिए महत्वपूर्ण है। दूसरी, ओर मुछला ने कहा कि हिजाब पहनने के लिए छात्राओं को प्रवेश से वंचित करने का परिणाम उन्हें शिक्षा की पहुंच से दूर करना है।
कर्नाटक से शुरु हुआ था हिजाब विवाद
एक जनवरी 2022 को कर्नाटक में हिजाब विवाद का मामला शुरू हुआ था, जब कर्नाटक के उडुपी में एक सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में ये मामला तूल पकड़ने लगा था। कॉलेज मैनेजमेंट ने छः मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने पर रोक लगाते हुए ड्रेस कोड के खिलाफ बताया था। इन मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनकर आने की वजह से क्लास में जाने से रोक दिया गया था। देखते ही देखते मामला गंभीर होता गया। ये तब ज्यादा हाइलाइट हो गया जब कॉलेज में एख हिन्दू छात्र ने भगवा गमछा पहनकर क्लास में एंट्री की और कॉलेज परिसर में भगवा झंडे लहराए।